- बच्चों के सामान्य नागरिक ज्ञान व व्यक्तिव निखार में आ रहा बड़ा बदलाव
- श्रमिक कालोनियों के बच्चों को खेलकूद, मनोरंजन और शिक्षा दिए जाने की हो रही सराहना
देहरादून। यहां गुजराड़ा गांव में संचालित जनचेतना केन्द्र में बच्चों के पठन-पाठन का कार्य तेजी पकड़ गया है। पिछले 15 दिनों में केन्द्र के अंदर पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है। अब पढ़ने के लिए तीस से अधिक बच्चे नियमित रूप से केन्द्र में आते हैं और खेलकूद, मनोरंजन के साथ ही मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूलों द्वारा दिए जाने वाले होमवर्क में आ रही कठिनाइयों को बच्चे बेझिझक पूछकर उनका हल निकाल रहे हैं। बच्चों के पठन-पाठन का जिम्मा संभाल रही आर्मी स्कूल की रिटायर्ड प्रिंसीपल रचना बहल ने बताया कि बच्चे खेलकूद के अलावा पीटी और व्यायाम पर भी काफी जोर दे रहे हैं। गत दिवस इन बच्चों के बीच कक्षावार पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित कराई गई जिसमें बच्चों ने अद्भुत कलाकृतियां बनाई जिन्हें बाद में पुरस्कृत भी किया गया। जो बच्चे केन्द्र में आते हैं वे सभी श्रमिक परिवारों के हैं। उनके लिए कई तरह के खेलकूद शामिल किए गए हैं जिसमें परंपरागत जो पुराना पेड़ पर रस्सी का झूला होता है वह भी डाला गया है, यह बच्चों के बीच आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इस योजना के तहत बड़ी तेजी से बच्चों का नागरिक सामान्य ज्ञान और व्यक्तिव निखार पर कार्य हो रहा है और बच्चों में 15 दिनों के भीतर ही बच्चों के अंदर अदभुत बदलाव देखने को मिला है। यह अद्भुत नजारा देखने के लिए अपने सभी मित्रों को केन्द्र के मुख्य संचालक कमल सेखरी ने आमंत्रित किया है। उनका कहना है कि यहां आकर यदि लोग देखे कि बच्चों में कैसे परिवर्तन आया है तो उनको अनूठा अनुभव होगा। ।