- घर-घर दस्तक अभियान चलेगा 31 अतस्त तक
- घर के एक-एक सदस्य का हाल लें, फॉर्मेट पूरा भरें
हापुड़/धौलाना। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने दस्तक अभियान के पहले दिन धौलाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ताओं के साथ सायंकालीन बैठक की। डीटीओ ने सबसे पहले आशा कार्यकतार्ओं से दस्तक अभियान के पहले दिन का हाल जाना। गृह भ्रमण के दौरान उन्होंने किस प्रकार की चुनौतियों का सामना किया, यह जानकारी लेने के साथ ही डीटीओ ने उन्हें समाधान देने का भी प्रयास किया। डीटीओ ने दस्तक अभियान में जुटीं आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि वह हर घर में जाएं और घर के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी लें। यदि किसी व्यक्ति में टीबी से मिलते -जुलते लक्षणों की जानकारी मिले तो क्षय रोग विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए फॉर्मेट को पूरा भरकर दें। कोई भी घर या व्यक्ति स्क्रीनिंग से छूटने न पाए।
घर-घर दस्तक अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को बुखार, कोविड और टीबी के रोगियों को खोजना है और संबंधित स्वास्थ्य इकाई पर रिपोर्ट करनी है। शनिवार को शुरू हुआ दस्तक अभियान 31 जुलाई तक चलेगा। डीटीओ ने आशा कार्यकतार्ओं को निर्देश दिए हैं कि संवेदीकरण कार्यक्रम में बताई सभी बातों का अक्षरश: पालन करें और यदि किसी व्यक्ति में टीबी से मिलते – जुलते लक्षणों की जानकारी मिलती है तो उससे बात कर पूरी जानकारी निर्धारित फार्मेट में भरकर भेजनी है, इस फॉर्मेट के आधार पर क्षय रोग विभाग संबंधित व्यक्ति की जांच कराएगा और क्षय रोग की पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा। डीटीओ ने बताया दस्तक अभियान के दौरान जिस आशा की स्क्रीनिंग पर क्षय रोग की पुष्टि होगी, वह आशा प्रोत्साहन राशि पाने की हकदार होगी।
धौलाना सीएचसी पर आशा कार्यकर्ताओं की सायंकालीन बैठक में जिला पीपीएम कोआॅर्डिनेटर सुशील चौधरी ने बताया कि दो सप्ताह से अधिक खांसी, खांसते समय बलगम या खून आना, वजन कम होना, बुखार या थकान रहना, सीने में दर्द रहना या रात में सोते समय पसीना आना, यह सब टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई लक्षण पाए जाने पर संबंधित की जानकारी निर्धारित फॉर्मेट पर साफ-साफ शब्दों में अंकित करें, ताकि उनकी टीबी की जांच कराई जा सके।