- अब दो नहीं, पांच वर्ष तक के बच्चों को लगेगा खसरा से बचाव का टीका
- शासन के निर्देश पर टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण आज से
हापुड़। सघन टीकाकरण के जरिए कोविड पर काबू पाने के बाद अब शासन ने खसरा पर काबू पाने के लिए रणनीति तैयार की है। इस रणनीति के तहत दो के बजाय पांच वर्ष तक के बच्चों को खसरा का टीका लगाया जाएगा। हर बच्चे को टीके की दो खुराक दी जाएंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि शासन की ओर से खसरा मुक्त अभियान शुरू किए जाने की तैयारी के निर्देश मिले हैं। इस विशेष अभियान की तैयारी के लिए दिसंबर माह में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेंगे और जनवरी, फरवरी एवं मार्च में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। सर्वे कर विशेष टीकाकरण के लिए ड्यू लिस्ट तैयार की जाएगी। सर्वे के लिए एक से पांच दिसंबर तक आशा, आशा संगिनी और एएनएम को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सीएमओ डा. त्यागी ने बताया कि पहले केवल दो वर्ष के बच्चों को खसरा का टीका लगाया जाता था, खसरा से बचाव के लिए अब पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे कर पांच वर्ष तक के बच्चों में टीकाकरण से छूटे बच्चों की ड्यू तैयार की जाएगी। उसके बाद माइक्रो प्लान तैयार कर जनवरी, फरवरी और मार्च में विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। सीएमओ ने बताया खसरा से बचाव के लिए मीजल्स-रूबेला (एमआर) विशेष टीकाकरण अभियान मिशन इंद्रधनुष की तर्ज पर चलेगा। बच्चों को खसरा होने का खतरा ज्यादा रहता है, हालांकि यह बीमारी बड़ों को भी हो सकती है। बुधवार को अभियान के संबंध में बैठक आयोजित कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। सीएमओ ने बताया कि 19 से 24 दिसंबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), एएनएम और ब्लॉक स्तरीय पर्यवेक्षक सर्वे का वैलीडेशन करेंगे। पूरा डेटा ई-कवच पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। विशेष टीकाकरण अभियान के लिए राज्य स्तर पर प्रतिरक्षण अधिकारियों की बैठक होगी। इस बैठक में विशेष अभियान की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। जनवरी के पहले सप्ताह में ब्लॉक व जनपद स्तर पर टास्क फोर्स एवं अंतर्विभागीय बैठक होगी और नौ से 20 जनवरी, 2023 तक विशेष टीकाकरण अभियान का प्रथम चक्र चलेगा। द्वितीय चक्र 13 से 24 फरवरी, 2023 और तृतीय चक्र 13 से 24 मार्च, 2023 तक संपन्न होगा।