- सोसायटी ने जनपद के कुल 92 टीबी बच्चों को लिया है गोद
- पहले चरण में 51 बच्चों को दिया पुष्टाहार और स्वच्छता किट
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से जनपद में रेडक्रॉस सोसायटी ने क्षय रोग से ग्रसित 92 बच्चों को गोद लिया है। पहले चरण में बुधवार को प्राथमिक स्वासथ्य केंद्र, पसौंडा रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से 51 बच्चों को पुष्टाहार और स्वच्छता किट उपलब्ध कराई गई। रेडक्रॉस सोसायटी की सचिव डा. किरण गर्ग ने इन बच्चों के माता-पिता से बात की और आश्वासन दिया कि इन बच्चों की देखरेख रेडक्रॉस सोसायटी अभिभावकों के साथ खड़ी रहेगी। डा. गर्ग ने बच्चों के माता-पिता को उपचार के बारे में विस्तार से बताते हुए किसी भी हाल में उपचार बीच में न रोकने की ताकीद की। साथ ही उन्हें इस बात का भरोसा भी दिया कि नियमित रूप से दवा खाते रहने से बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे। काउंसलिंग के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. मधुलिका ने भी अहम भूमिका निभाई।
डा. किरण गर्ग ने बताया कि पहले चरण में 51 क्षय रोग ग्रसित बच्चों को एक-एक किलो पौष्टिक दलिया, खिचड़ी, चना, न्यूट्रेला (सोया बड़ी) और बिस्किट के साथ ही स्वच्छता किट भी उपलब्ध कराई गई है। स्वच्छता किट में सेनेटाइजर, मॉस्क और साबुन दिया गया है। अन्य बच्चों के लिए जल्द ही जिला एमएमजी अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। डा. गर्ग ने इन बच्चों के माता- पिता को सलाह दी है कि उपचार के दौरान बच्चों के खानपान का विशेष ध्यान रखें, उन्हें पौष्टिक भोजन दिया जाना जरूरी है ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहे और बच्चे किसी अन्य बीमारी की चपेट में न आने पाएं। डा. मधुलिका ने कहा बच्चे नियमित रूप से दवा लेंगे तो क्षय रोग से पूरी तरह मुक्ति पा जाएंगे। उन्होंने बताया किसी भी बीमारी से उबरने के लिए इच्छा शक्ति बड़ी महत्वपूर्ण होती है और इच्छा शक्ति के लिए भावनात्मक सहयोग जरूरी होता है, टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लेने की परिकल्पना राज्यपाल ने इसी उद्देश्य से की है और यह परिकल्पना कारगर भी होती दिख रही है। इस कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के संरक्षक सदस्य सुभाष गुप्ता और क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम समन्वयक दीपाली गुप्ता के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पूरे स्टाफ का सहयोग रहा।