हापुड़। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से शुरू हुआ क्षय रोगियों को गोद लेने का कार्यक्रम चल निकला है। संस्थाओं के बाद अब लोग व्यक्तिगत रूप से भी इस सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। मंगलवार को पिलखुवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुए कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी प्रवीण प्रताप उर्फ राधे भैया ने पांच छय रोगियों को गोद लिया। सभी को पोषाहार उपलब्ध कराने के साथ ही राधे भैया ने इनका उपचार जारी रहने तक पोषाहार उपलब्ध कराने और देखरेख करने का जिम्मा लिया है। राधे भैया ने कहा -गोद लिए गए क्षय रोगियों को टीबी से मुक्ति दिलाने तक वह निरंतर संपर्क में रहकर उपचार जारी रखने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। कार्यक्रम के संयोजक एलटी संदीप पुंडीर ने इस सहयोग के लिए राधे भैया का आभार जताया।
इस मौके पर अपने संबोधन में जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने कहा – क्षय रोगियों को गोद लेने के कार्यक्रम के पीछे सबसे बड़ा मकसद क्षय रोगियों को यह एहसास दिलाना है कि समाज में किसी को उनकी भी चिंता है, ताकि टीबी को हराने के लिए वह मजबूती से लड़ सकें और नियमित उपचार लेते रहें। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने भी एक क्षय रोगी को गोद लेने की घोषणा की। बता दें कि डीटीओ इससे पहले भी क्षय रोगियों को गोद ले चुके हैं। क्षय रोगियों को डीटीओ डा. राजेश सिंह और राधे भैया ने संयुक्त रूप से पोषाहार दिया। पोषाहार में एक किलो प्रोटीन सप्लीमेंट, एक किलो मूंगफली, एक किलो भुना चला, एक किलो गुड़, एक किलो सत्तू, एक किलो तिल/गजक भेंट किया गया।
इस मौके पर सीएचसी प्रभारी डा. प्रमोद कुमार, डा. सुनील गुप्ता, डा. आयुष सिंघल, डा. सतीश चंद्रा, डा. चंदा झा, डा. हंसपाल, डा. राहुल सचान (सिम्स), परामर्शदाता (आईसीटीसी) कमलदीप, जिला पीपीएम कोओर्डिनेटर सुशील चौधरी फार्मासिस्ट खुर्शीद अली, वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक रामाकृष्णा, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक संगीता अरोड़ा, टीबीएचवी विजय कुमार आदि मौजूद रहे।