लखनऊ। कांग्रेस की महासचिव एवं उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वे लखीमपुर खीरी मामले के मुख्य आरोपी के पिता केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री के साथ मंच साझा न करें। उन्होंने कहा कि आपके गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आरोपी के पिता गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के साथ मंच साझा कर रहे हैं। ऐसे में पीड़ितों को न्याय कैसे मिल पाएगा। मंच साझा करना लखीमपुर खीरी नरसंहार के कातिलों को संरक्षण देना नहीं तो क्या है। प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में प्रियंका गांधी ने कहा है कि अगर किसानों को लेकर आपकी नीयत साफ है, तो अमित शाह और योगी आदित्यनाथ मंत्री अजय मिश्रा के साथ मंच साझा न करें। यह पीड़ित किसानों के परिवारों का अपमान है। उन्हें न्याय तभी मिलेगा, जब आरोपियों को बचाया नहीं जाएगा, इसलिए सबसे पहले मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें। लखीमपुर किसान मामले में अन्नदाताओं के साथ हुई क्रूरता को पूरे देश ने देखा। आपको यह जानकारी भी है कि किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने का मुख्य आरोपी आपकी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा है?
सरकार की मंशा देखकर लगता है कि सरकार किसी विशेष आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है।
मैं लखीमपुर के शहीद किसानों के परिजनों से मिली हूं। वे असहनीय पीड़ा में हैं। सभी का कहना है कि वे सिर्फ अपने शहीद परिजनों के लिए न्याय चाहते हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद पर बने रहते हुए उन्हें न्याय की कोई आस नहीं है।
देश की कानून व्यवस्था के जिÞम्मेदार गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपके मंत्री के साथ मंच साझा कर रहे हैं।
आपने किसानों के हित को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है। आपने कहा कि देश के किसानों के प्रति आप नेकनीयत रखते हैं। अगर ऐसा है तो लखीमपुर मामले में किसान पीड़ितों को न्याय दिलवाना भी आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए।