- पीएम मोदी के जन्मदिन पर 7 अक्टूबर तक चलेंगे सेवा सत्कार सेवा समर्पण कार्यक्रम
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन में दिव्यांगजन के प्रति विशेष लगाव और सहानुभूति है। दिव्यांग शब्द भी प्रधानमंत्री की देन है। दिव्यांगजन के प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लगाव को ध्यान में रखते हुए उनके 71वें जन्मदिन के अवसर पर 7 अक्टूबर, 2021 तक सेवा सत्कार का 20 दिवसीय सेवा समर्पण कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ इस संस्था से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री राजकीय बालक एवं बालिका विशेषीकृत गृह स्थित निर्वाण पुनर्वास केन्द्र में मानसिक मंदित एवं दिव्यांग बच्चों को उपहार भेंट करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने दिव्यांग बच्चों के पास जाकर उन्हें उपहार स्वरूप फल की टोकरी व बैग प्रदान किए तथा उनसे उनका कुशलक्षेम भी पूछा। निर्वाण पुनर्वास केन्द्र पहुंचने के बाद उन्होंने केन्द्र का निरीक्षण किया तथा दिव्यांग बच्चों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने देशभक्ति गीत भी प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री द्वारा संस्था की विजिटर्स पुस्तिका में अपने विचार अंकित किये गये। उन्होंने पुस्तिका में लिखा कि निर्वाण पुनर्वास केन्द्र में आकर मानवीय सेवा का अद्भुत कार्य देखा, अत्यन्त अभिभूत करने वाला है। दिव्यांगजन के प्रति हमारा दृष्टिकोण अत्यन्त संवेदनापूर्ण एवं मानवीय होना चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि संस्था यहां पर एक इन्टीगे्रटेड सेन्टर खोलना चाहती है। प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में ही 5 ऐसे सेन्टर खोलने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इस पर कार्यवाही भी प्रारम्भ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ, अयोध्या, काशी, गोरखपुर में इन्टीग्रेटेड सेन्टर प्रस्तावित हैं। वृन्दावन में यह पहले से ही बनकर तैयार है और संचालित है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया कि इंटीग्रेटेड सेंटर के विस्तार के लिए तत्काल धनराशि उपलब्ध करायी जाए।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, महिला एवं बाल विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास वी हेकाली झिमोमी, सूचना निदेशक शिशिर, लखनऊ के मंडलायुक्त रंजन कुमार, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश आदि मौजूद रहे।