- प्रान्तीय सिविल सेवा के वर्ष 2018 व वर्ष 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर प्रान्तीय सिविल सेवा के वर्ष 2018 तथा वर्ष 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पीसीएस अधिकारी प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं। कानून-व्यवस्था और विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारियों को व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होने के साथ ही, गरीब, कमजोर तथा वंचित वर्ग के हितों के प्रति सचेत व संवेदनशील होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता से संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का प्रभावी समाधान करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका अभी कार्य करने का एक लम्बा कैरियर है। लक्ष्य तय करते हुए आगे बढ़ेंगे, तो एक अच्छे कैरियर की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे पूरी निष्ठा के साथ शासन की मंशा के अनुरूप जनता के बीच अपनी अच्छी छवि बनाकर आगे बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैच अत्यन्त महत्वपूर्ण हंै। ऐसा बहुत कम देखने को मिला है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार 59 पीसीएस अधिकारी एक साथ राज्य की सेवा में आए हैं। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान फील्ड में कार्य करने का अभिनव अनुभव भी आपके सामने रहा होगा। उन्होंने कहा कि जब प्रत्येक व्यक्ति स्वयं को बचाने की जद्दोजहद कर रहा था, तब हमारी प्रशासनिक मशीनरी विपरीत परिस्थितियों में भी आम जनमानस के मन में एक विश्वास पैदा करने का कार्य कर रही थी। कोविड काल में कई अधिकारियों ने फील्ड एवं कोविड कण्ट्रोल सेण्टर्स में अपनी सेवाएं दी हैं। वैक्सीनेशन कार्य में भी योगदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान भी फील्ड में कार्य करने का अनुभव मिला होगा। उत्तर प्रदेश का चुनाव देश और दुनिया देख रही थी। चुनाव शान्तिपूर्ण सम्पन्न हुआ, चुनाव परिणाम आने के बाद भी शान्ति बनी रही। 25 करोड़ की आबादी के राज्य में सभी कार्य शान्तिपूर्ण तरीके से पूर्ण हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में दुनिया की धारणा थी कि यहां विकास की सोच नहीं है, लोग मिलकर विकास के लिए आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उत्तर प्रदेश ने इन सभी बातों को नकारा है। राज्य सरकार उत्तर प्रदेश और देश के हित में कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश विकास की दिशा में काफी आगे बढ़ चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी अधिकारी उस महत्वपूर्ण कड़ी का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जहां आम जनमानस की समस्याओं को बहुत नजदीक से सुनने का अवसर मिलेगा। एक कॉमन मैन की पीड़ा को सुनने का अवसर प्राप्त होगा। व्यक्ति तभी फेल होता है, जब वह छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करता है। आपके लिए छोटी सी चीज दूसरे के लिए बड़ी भी हो सकती है। खेत की पैमाइश आपके लिए छोटी हो सकती है, लेकिन जिसका परिवार उस खेत पर आश्रित है, यदि कोई दबंग व्यक्ति उस गरीब व्यक्ति के खेत पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहता है वह उस पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत बड़ी घटना होती है। उस स्थिति में खेत की पैमाइश की उसकी मांग उसे तत्काल राहत और न्याय दिला सकती है। विरासत से जुड़े मामलों को लम्बित न रखा जाए, इससे कॉमन मैन प्रभावित होता है। ऐसे मामलों के लम्बित रहने की दशा में तमाम दावेदार आ जाते हैं, जिससे अन्तत: विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता से प्राप्त शिकायतों में 90 प्रतिशत शिकायतें थाना और तहसील से सम्बन्धित होती हैं। तहसील दिवस और थाना दिवस पर टीम बनाकर समय-सीमा तय करते हुए कार्यवाही को आगे बढ़ाएं। जो न्याय संगत हो, उसी पर कार्य किया जाए। किसी गरीब के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाए। थाना और तहसील दिवस से जुड़ी शिकायतों के समाधान से जनता से जुड़ी 90 प्रतिशत समस्याओं का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आईजीआरएस पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन, तहसील दिवस तथा थाना दिवस की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में उप जिलाधिकारी तथा सिटी मजिस्ट्रेट के रूप में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका होगी। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने में सफलता मिली है। कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्य किया जा रहा है। सख्ती से पहले संवाद का रास्ता अपनाया जाता है। अलग-अलग तबकों के साथ संवाद किया जाता है।
धर्मगुरुओं के साथ संवाद बनाकर लाउडस्पीकर उतरवाए गए अथवा लाउडस्पीकर की आवाज को कम कराया गया। लगभग 1 लाख 20 हजार से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं या उनकी आवाज कम हुई है। ऐसे लाउडस्पीकर को स्कूल, हॉस्पिटल या किसी अन्य स्थल को दिए गए हैं, जहां उनका उपयोग हो सकता है। प्रशासन द्वारा भी इनका उपयोग पब्लिक एडेÑस सिस्टम के रूप में लाउडस्पीकर का उपयोग किया जा सकता है। जिस लाउडस्पीकर से शोर होता था, आज जनता को जागरूक करने में उसका उपयोग किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद लोकतंत्र की ताकत है। हमें इस ताकत का इस्तेमाल करना होगा। हमारा जाति, मत, मजहब से कोई वास्ता नहीं होना चाहिए। हमारा वास्ता सिर्फ न्याय के प्रति होना चाहिए। शासन के निर्देशों का अक्षरश: पालन करते हुए हर कॉमन मैन को न्याय दिलाने का होना चाहिए। आगामी 5 वर्षों के दौरान आप अपने कैरियर की नींव को काफी मजबूत कर लेंगे। बाद में कई लोगों को सचिव स्तर तक आने का अवसर प्राप्त होगा। बहुत सारे लोगों को जीवन की अलग-अलग फील्ड में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा, लेकिन उसकी नींव तैयार करने, आधारशिला रखने और सीखने का अवसर यहीं मिलेगा। कॉमन मैन से शासन की योजनाओं और उसकी समस्याओं के सम्बन्ध में भी इसके माध्यम से जानकारी प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग उत्तर प्रदेश की उपलब्धि बनें। प्रदेश की जनता आपको अपना बल और ताकत माने। आपके प्रति जनता के मन में सम्मान का भाव हो। अच्छे फील्ड अधिकारियों की आम जनता सराहना करती है। शासन के पास जनता से अच्छे और खराब अधिकारियों के सम्बन्ध में फीडबैक आते हैं। आपको अपनी दिशा तय करनी होगी कि आप किस क्षेत्र में आते हैं।
आप में से कई लोगों ने एमटेक, बीटेक, पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। कई लोग मेडिकल और मैनेजमेंट क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। कुछ लोग मानविकी क्षेत्र के भी हैं। आप लोग अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए हैं और सबकी अपनी-अपनी उपयोगिता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सभी अधिकारी उत्तर प्रदेश की जनता की भावनाओं के अनुरूप एक बेहतर और संवेदनशील प्रशासन देने में सफल होंगे।