गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज में एक दिवसीय आई.एस.पी.आर.पी. पी.जी. कन्वेन्शन का आयोजन किया गया। आई.एस.पी.आर.पी. तीन प्रमुख विशिष्टताओं प्रोस्थोडॉन्टिक्स-रेस्टोरेटिव-पेरियोडॉन्टिक्स का एक संयुक्त संघ है, जो सामान्य रूप से दंत चिकित्सा के क्षेत्र में उत्थान और क्लीनिकल के क्षेत्र में नवीनतम ज्ञान प्रदान करता है। इसके साथ ही यह एक व्यापक मौखिक उपचार मॉडल के लिए दंत चिकित्सा की तीन शाखाएं का संघ है। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न डेन्टल संस्थान के 200 से अधिक एमडीएस के विद्यार्थियों के साथ-साथ सभी दंत विभागों के एचओडी तथा दंत चिकित्सक शामिल हुये। कार्यक्रम में 140 प्रतिभागियों द्वारा लगभग 70 पोस्टर प्रेसेंटेशन प्रस्तुत की गयी जिनका मूल्यांकन एक सीनियर फैकल्टी द्वारा किया गया तथा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल करने वाले प्रतिनिधियों को कुल 27 पुरस्कार दिये गये। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य प्रवक्ता डा. अनिल मेलाथ, प्रेसिडेंट, इंडियन सोसाइटी आॅफ प्रोस्थोडॉन्टिक्स-रेस्टोरेटिव-पेरियोडॉन्टिक्स, आईटीएस-द एजुकेशन के चेयरमैन, डा. आर.पी. चड्ढा एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती के सामने दीप प्रज्जवलित करके किया गया। इस कार्यक्रम में डा. जोजो कोट्टूर (रेस्टोरेटिव डेंटिस्ट्री), डा. अनिरुद्ध आचार्य, पेरियोडोंटिस्ट, यूएई, डा. सत्यबोध गुट्टल, प्रोस्थोडॉन्टिस्ट, डा. मनु राठी, प्रोस्थोडॉन्टिस्ट, डा. निखिल बहुगुणा (रेस्टोरेटिव डेंटिस्ट्री), लेफ्टिनेंट कर्नल सरवनन एस.पी, पेरियोडॉन्टिक्स सहित संस्थान के डायरेक्टर-पी.जी. कोर्सेज डा. श्रीनाथ ठाकुर, प्रधानाचार्य, डा. देवी चरण शेट्टी, तथा संस्थान के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग के एचओडी डा. सूर्या पोडुवाल, कंजरवेटिव विभाग की एचओडी डा. सोनाली तनेजा, पेरियोडोन्टिक्स विभाग के एचओडी डा. सुमित मल्होत्रा तथा विभिन्न डेन्टल कॉलेज के एचओडी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का परिचय डा. श्रीनाथ ठाकुर द्वारा दिया गया, इसके बाद डा. अनिल मेलाथ ने सभा को संबोधित किया जिसमें उन्होंने सभी प्रतिभागियों से दंत चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े मामलों तथा नीवतम क्लीनिकल ज्ञान को बढ़ाने हेतु विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने बतया कि आई.एस.पी.आर.पी. एसोसिएशन वर्ष 2006 से अब तक अनौपचारिक मंच के रूप में अपनी उत्पत्ति से लेकर एक संरचित समिति तक, एसोसिएशन एक लंबा समय तय कर चुका है। उन्होंने इससे संबधित विशिष्टताओं और अंतर-अनुशासनात्मक उपचार दृष्टिकोण के साथ इस तरह के जुड़ाव के लिये समय की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। डा. सूर्या पोडुवाल, एचओडी प्रोस्थोडोंटिक्स विभाग द्वारा सभी गणमान्यों अतिथियों एवं सभी प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिये धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात अतिथि वक्ताओं द्वारा 6 व्याख्यान सत्र प्रस्तुत किये गये। जिसमें डा. जोजो कोट्टूर ने डीप मार्जिन एलिवेशन: कॉन्सेप्ट, टेक्नीक, एविडेंस विषय पर, डा. अनिरूद्ध आचार्य ने पेरियो कीज इन इंटरडिसिप्लनरी डेन्टिस्ट्री विषय पर, डा. सत्यबोध ने डिजिटिलाइजेशन ट्रांसफॉर्मेशन इन इंटरडिसिप्लनरी विषय पर, डा. मनु राठी ने इंटीग्रेटिव प्रोस्थोडॉन्टिक मैनेजमेंट प्रेस्पिेक्टिव विषय पर, डा. निखिल बाहुगुणा ने ए रूट टू द क्राउन-एन एंडो-रेस्टो कॉन्टिनम विषय पर तथा लेफ्टिनेंट कर्नल सरवनन एसपी ने सर्जिकल दृष्टिकोण सॉकेट संरक्षण के लिये प्राथमिक क्लोजर विषर पर व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। प्रत्येक सत्र के अंत में सभी प्रवक्ताओं को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। अंत में अगले आई.एस.पी.आर. कन्वेंशन सत्र की भविष्य की नींव रखी गयी, जिसका उद्देश्य एसोसिएशन के संयुक्त दृष्टिकोण को और आगे बढ़ाना होगा। अंत में सभी अतिथि वक्ताओं तथा सभी प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डा. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।