- स्वास्थ्य एवं पोषण के संबंध में खानपान के साथ ही साथ साफ-सफाई का विशेष महत्व: सुषमा सिंह
गाजियाबाद। मिशन शक्ति के अन्तर्गत रजापुर विकास खंड के कल्लूगढ़ी आंगनबाड़ी केन्द्र पर पोषण पंचायत का आयोजन किया गया। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह की मौजूदगी में हुए इस कार्यक्रम में कुपोषित महिलाओं एवं बच्चों के लिए पुष्टाहार विभाग द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इससे पहले जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्रा और जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश कुमार पांडेय ने सुषमा सिंह का स्वागत किया।
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने इस मौके पर अपने संबोधन की शुरूआत प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान का शुभारम्भ प्रधानमंत्री द्वारा बच्चों एवं महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के लिए किया गया है। वर्ष 2018 से बच्चों, किशोरियों एवं महिलाओं में पोषण के स्तर में सुधार के उद्देश्य के लिए राष्ट्रीय पोषण माह प्रत्येक वर्ष सितम्बर माह में मनाया जा रहा है। माह सितम्बर, 2021 चतुर्थ पोषण माह 2021 का मुख्य उद्देश्य पोषण वाटिका की स्थापना के लिए पौधरोपण का अभियान, योगा और आयुष सत्रों का आयोजन करते हुए बच्चों, किशोरियों बालिकाओं तथा गर्भवती महिलाओं को योगा एवं आयुष की जानकारी देना, पोषण सम्बन्धी प्रचार-प्रसार एवं करते हुए अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण तथा सैम एवं मैम बच्चों को चिन्हित किया जाना है।
पोषण पंचायत में सुषमा सिंह द्वारा कुपोषित महिलाओं एवं बच्चों के लिए पुष्टाहार विभाग द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई और बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया एवं गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी की गई। पोषण पंचायत में आयोजित योगा सत्र में उन्होंने योग करने के लाभों से अवगत कराते हुए कहा योग करने से मानसिक एवं शारीरिक शक्ति दोनों प्राप्त होती हैं। प्रत्येक योग को किये जाने से पूर्व उस योग को किये जाने का सही तरीका एवं महत्व को जानना अतिआवश्यक है।
उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र कल्लूगढ़ी में स्थापित पोषण वाटिका का निरीक्षण किया और उपस्थित लाभार्थियों में अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण भी कराया। इसके अलावा कार्यक्रम में उपस्थित सैम एवं मैम बच्चों के अभिभावक, गर्भवती/धात्री महिलाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं अन्य उपस्थित लाभार्थियों को अगवत कराया गया कि स्वास्थ्य एवं पोषण के संबंध में खानपान के साथ ही साथ साफ-सफाई का विशेष महत्व है। अत: अपने खानपान के साथ साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखे एवं स्थानीय खाद्य पदार्थों एवं पौष्टिक भोजन ग्रहण करें, बाहर की खुले अथवा गन्दगी में रखे गये भोजन हानिकारक हो सकते हैं। सामान्य महिलाओं को भी समय के अनुसार शारीरिक कमजोरी अथवा बीमारी हो सकती है, जिसे हम अपने खानपान एवं साफ-सफाई पर ध्यान रोक सकते हैं। इस मौके पर जिला कम्युनिटी विशेषज्ञ डा. रचना भी उपस्थित रहीं।