नई दिल्ली। पैगंबर साहब पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता को जमकर फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि देशभर में अशांति फैल गई है। देश में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। दरअसल, नूपुर शर्मा अपने खिलाफ अलग-अलग जगह दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर कराने की अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। सुप्रीम कोर्ट में कुल 27 मिनट की सुनवाई में कोर्ट ने उदयपुर हत्याकांड का जिक्र भी किया।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नूपुर ने बदजुबानी के साथ गैर जिम्मेदाराना बातें कहीं, बिना ये सोचे कि इसका अंजाम क्या होगा। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने कहा कि नूपुर ने टेलीविजन पर धर्म विशेष के खिलाफ उकसाने वाली टिप्पणी की। माफी भी उन्होंने शर्तों के साथ ही मांगी, वह भी तब, जब लोगों का गुस्सा भड़क चुका था। यह उनकी जिद और घमंड दिखाता है।
नूपुर के खिलाफ दिल्ली, कोलकाता, बिहार से लेकर पुणे तक कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर अलग-अलग राज्यों में दर्ज सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की थी। कोर्ट की फटकार के बाद नूपुर शर्मा के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि वे अपने बयान पर माफी मांग चुकी हैं और उन्होंने इसे वापस भी ले लिया है। इस पर कोर्ट ने कहा कि जब माफी मांगी गई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके साथ ही कोर्ट ने नूपुर के खिलाफ दर्ज मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया। इसके बाद उनके वकील ने याचिका वापस लेने की इजाजत मांगी, कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी। सुप्रीम कोर्ट ने 27 मिनट की सुनवाई के बाद कुल तीन लाइन के आदेश में नूपुर की याचिका का निपटारा कर दिया। नूपुर के वकील: वह जांच में शामिल हो रही हैं। वह कहीं भाग नहीं रहीं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्या आपके लिए यहां रेड कारपेट होना चाहिए। जब आप किसी के खिलाफ शिकायत करती हैं, तो उस व्यक्ति को अरेस्ट कर लिया जाता है। आपके दबदबे की वजह से कोई भी आपको छूने की हिम्मत नहीं करता। इससे क्या फर्क पड़ता है कि आप एक पार्टी की प्रवक्ता हैं। आप सोचती हैं कि आपके पास सत्ता का समर्थन है और आप कानून के खिलाफ जाकर कुछ भी बोल सकती हैं।’
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नूपुर को धमकियां मिल रही हैं या वे खुद सुरक्षा के लिए खतरा हैं? देश में जो कुछ हो रहा है, उसके लिए वही जिम्मेदार हैं।