- मंत्रीमंडल के सदस्यों को दिए दिशा-निर्देश
- विभागीय अधिकारियों का करें मार्गदर्शन प्राप्त
- सभी मंत्री सोमवार व मंगलवार को रहेंगे लखनऊ
- शुक्रवार से रविवार तक रहेंगे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शास्त्री भवन में आयोजित मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में राज्य सरकार के सभी मंत्रियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि सभी मंत्रिगण द्वारा विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सभी को अन्त्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल के समक्ष सभी विभागों की सांगठनिक व्यवस्था से अवगत होते हुए विगत 5 वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ, आगामी 100 दिन, 6 माह, 1 वर्ष, 2 वर्ष और 5 वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण सम्पन्न हो चुका है। अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के गठन का एक माह पूर्ण हो गया है। राज्य सरकार की भावी कार्ययोजना तैयार की गयी है। अब सरकार जनता के द्वार पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लिया जाए। इस सम्बन्ध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उप मुख्यमंत्रीगण की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष कैबिनेट मंत्रिगण के नेतृत्व में तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के मण्डलों में भ्रमण के लिए गठित मंत्री समूहों के अध्यक्ष यथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आगरा मण्डल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक वाराणसी मण्डल, सूर्य प्रताप शाही मेरठ मण्डल, सुरेश कुमार खन्ना लखनऊ मण्डल, स्वतंत्र देव सिंह मुरादाबाद मण्डल, बेबी रानी मौर्य झांसी मण्डल, चौधरी लक्ष्मी नारायण अलीगढ़ मण्डल, जयवीर सिंह चित्रकूट धाम मण्डल, धर्मपाल सिंह गोरखपुर मण्डल, नंदगोपाल गुप्ता नंदी बरेली मण्डल, भूपेंद्र सिंह चौधरी मिर्जापुर मण्डल, अनिल राजभर प्रयागराज मण्डल, जितिन प्रसाद कानपुर मण्डल, राकेश सचान देवीपाटन मण्डल, अरविंद कुमार शर्मा अयोध्या मण्डल, योगेंद्र उपाध्याय सहारनपुर मण्डल, आशीष पटेल बस्ती मण्डल तथा संजय निषाद आजमगढ़ मण्डल का भ्रमण करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में मंत्री समूह द्वारा निर्धारित मंडलों का भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों को रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी। तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जनपद में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करें। शेष मंत्री सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी निभाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री समूह मण्डलीय भ्रमण के दौरान एक मंडलीय समीक्षा बैठक करेगा, जिसमें जनपदों को वर्चुअली जोड़ा जा सकता है। साथ ही, इन बैठकों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता जरुर हो। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्व जनप्रतिनिधियों/संगठन/विचार परिवार के सदस्यों के साथ भी बैठक की जाए। उनकी अपेक्षाओं, समस्याओं और सुझावों को सुनकर निदान की कार्यवाही की जाए। मण्डलीय समीक्षा बैठकों में विभागीय प्रस्तुतीकरण देखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रमण के दौरान जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य किया जाए। मंत्री समूहों द्वारा सीधे जनता से संवाद स्थापित करने के साथ ही, किसी एक विकास खण्ड/तहसील का आकस्मिक निरीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि मंत्री समूह द्वारा अनुसूचित जाति/मलिन बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम रखा जाए। समूह द्वारा विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर गुणवत्ता की परख की जाए। उनके द्वारा शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री समूहों द्वारा मण्डलों में कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससी/एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि मंत्री समूहों के प्रत्येक सदस्य द्वारा किसी जनपद में रात्रि विश्राम किया जाए। रात्रि विश्राम सरकारी अतिथि गृह में ही करना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक मंत्री समूह द्वारा अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत की जाए। इसके उपरान्त मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा की जाए। तदनुसार जनहित में और कदम उठाए जाएं। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी मंत्री सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से राजधानी में रहें। वे शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र/प्रभार के जिलों में जनता के बीच रहने का कार्यक्रम बनाएं।