- शासन से निर्देश प्राप्त होने के बाद स्टाफ को दिया गया प्रशिक्षण : सीएमएस
गाजियाबाद। कोविड कंट्रोल करने के लिए तैयार किया गया इंफ्रास्ट्रक्चर कोविड के अलावा दूसरी बीमारियों में भी इस्तेमाल किया जाएगा। सबसे बड़ा इस्तेमाल कोविड की जांच के लिए तैयार कराई गई आरटी पीसीआर लैब का होगा। शासन से निर्देश मिले हैं कि जिला स्तर पर स्थापित की गईं आरटी-पीसीआर लैब में हेपेटाइटिस और डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों की जांच की जाए। जिला एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. मनोज चतुर्वेदी ने बताया कि जिला एमएमजी अस्पताल में संचालित आरटी-पीसीआर लैब में अब कोरोना के अलावा हेपेटाइटिस और डेंगू की भी जांच हो सकेगी।
आरटी-पीसीआर लैब में कोविड के अलावा दूसरी बीमारियों की भी जांच शुरू होने से सरकारी अस्पतालों में जांच बढ़ाई जा सकेंगी और बीमारियों की जल्दी पहचान के लिए यह जरूरी है कि समय से जांच हों और जल्दी उपचार शुरू किया जा सके। साथ ही आमजन को जांच के लिए निजी लैब्स में न जाना पड़े। बता दें कि कोविड संक्रमण की शुरूआत में गाजियाबाद में आरटीपीसीआर लैब न होने के चलते नमूने नोएडा और दिल्ली भेजने पड़ते थे। 15 अगस्त, 2020 को आरटी-पीसीआर लैब का संचालन शुरू होने पर एमएमजी अस्पताल में ही जांच शुरू हो गई थी। अब तक पांच लाख से अधिक लोगों की कोविड जांच जिला अस्पताला स्थित आरटी-पीसीआर लैब में की जा चुकी है।
सीएमएस डा. मनोज चतुर्वेदी ने बताया कि कोविड की जांच के अलावा आरटी-पीसीआर लैब में हेपेटाइटिस, डेंगू अन्य जांच कराने को लेकर भी शासन स्तर से प्रयास किए जा रहे थे। जिससे लैब में अन्य जांचों का भी मरीजों को लाभ मिल सके। शासन से निर्देश प्राप्त होने के बाद स्टाफ को प्रशिक्षण दे दिया गया है। अब जल्द ही लैब में हेपेटाइटिस की जांच शुरू की जाएगी। आरटी-पीसीआर लैब प्रभारी डॉ. सुरभि दीक्षित के अनुसार शासन से किट मिलने पर हेपेटाइटिस की जांच शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया हेपेटाइटिस की जांच के लिए अलग किट की जरूरत होगी।