. सीएचसी प्रभारी और आशा संगिनी को आयुष्मान कार्ड बनवाने के दिए निर्देश
. सीएचसी में आमजन को दी जा रही सुविधाओं का भी किया निरीक्षण
हापुड़। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. दिनेश कुमार प्रेमी आयुष्मान भारत पखवाड़े की समीक्षा करने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलाना पहुंचे। नोडल अधिकारी के साथ योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डाण् मारूफ चौधरी और जिला शिकायत प्रबंधक कंचन दोहरे भी मौजूद थीं। नोडल अधिकारी डा. प्रेमी ने सीएचसी प्रभारी डा. राकेश कुमार के साथ आयुष्मान भारत पखवाड़े की समीक्षा की और साथ ही अधिक से अधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड, गोल्डन कार्डद्ध बनवाने के निर्देश दिए। इसके लिए आशा संगिनियों को भी प्रेरित किया गया। एसीएमओ ने सीएचसी से आमजन को उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का भी निरीक्षण किया।
नोडल अधिकारी डा. प्रेमी ने बताया कि जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा के निर्देशन में 26 जुलाई से नौ अगस्त तक आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के लिए आयुष्मान भारत योजना पखवाड़ा चलाया गया जिसमें आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों के कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया था। लाभार्थी परिवारों को योजना के तहत हर वर्ष पांच लाख रुपये तक का उपचार निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
सरकारी चिकित्सालयों के अलावा योजना से संबद्ध निजी चिकित्सालयों में लाभार्थियों को यह सुविधा मिलती है। सुविधा प्राप्त करने के लिए लाभार्थी परिवार के हर सदस्य का आयुष्मान कार्ड होना जरूरी है। आयुष्मान कार्ड गांव में जन सुविधा केंद्र और योजना से संबद्ध सभी चिकित्सालयों में निशुल्क बनाए जा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड के लिए लाभार्थी को केवल अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना है।
टोल फ्री नंबर 180018004444 से ली जा सकती है जानकारी
आयुष्मान भारत योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर कॉल करके ली जा सकती है। इसके अलावा एंड्रायड फोन के जरिए आयुष्मान सारथी एप डाउनलोड करके भी योजना से संबंधित जानकारी जैसे संबद्ध अस्पतालों की सूची और पात्रता की जानकारी ली जा सकती है। इतना ही नहीं सूचीबद्ध अस्पतालों की सूची मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, ग्राम पंचायत कार्यालय, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा आशा कार्यकर्ता के पास भी उपलब्ध है।