लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर 950 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने 500 करोड़ रुपये के नये निवेशकों को भूखण्ड आवंटन पत्र का वितरण, कालेसर सेक्टर-11 में 200 एकड़ क्षेत्र में कालेसर व्यावसायिक योजना का विमोचन, गीडा सेवा पोर्टल तथा गीडा एवं विभिन्न विभागों की 250 स्टॉलों की प्रदर्शनी तथा गोरखपुर ट्रेड शो का भी शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष स्किल डेवलपमेंट हेतु गीडा व नाईलिट (एनआईईएलआईटी) तथा प्लास्टिक पार्क के विकास हेतु गीडा एवं गेल (इंडिया) लिमिटेड के मध्य हस्ताक्षरित एमओयू का आदान-प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गीडा की 34 वर्षों की यात्रा शानदार है। यह एक ऐसी यात्रा है, जब कोई बचपन से निकल कर जीवन के उस मोड़ पर आता है, जब वह समाज को कुछ देने के योग्य होता है। जैसे मनुष्य के जीवन में 4 चरण होते हैं। पहला चरण जब वह मां-बाप पर आश्रित रहता है, लेकिन उस दौरान उसके अगले चरण के लिए प्रशिक्षण भी होता है। दूसरे चरण तक वह अपने स्वयं के पुरुषार्थ से परिवार को एकत्र करते हुए अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने का प्रयास करता है। तीसरे चरण में वह समाज के लिए पूर्ण समर्पण भाव से कार्य करता है। चतुर्थ चरण में देश एवं समाज के लिये पूर्ण रूप से समर्पित होता है। उद्योग भी इसी प्रकार विभिन्न चरणों में अपना विकास करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माह सितम्बर, 2023 में ग्रेटर नोएडा में एक ट्रेड शो का आयोजन किया गया था। इसमें 70 हजार बायर्स आए थे, जिनमें 500 विदेश से थे। गोरखपुर ट्रेड शो भी उसी पैटर्न पर आधारित है। गोरखपुर में पहले इस तरह का ट्रेड शो सपना था, आज वह सपना सकार हुआ है, जो नये गोरखपुर की तस्वीर प्रस्तुत करता है। नये भारत का नया उत्तर प्रदेश, नये उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर किसी से कम नही है। गीडा, पुलिस व जिला प्रशासन तथा सभी नागरिकों के रुचि लेने से वर्तमान में गीडा औद्योगिक क्षेत्र में विकसित हो रहा है। यहां की कनेक्टविटी बेहतर हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में गोरखपुर आना-जाना आसान हुआ है। गोरखपुर में 13 से 14 फ्लाइट्स प्रतिदिन आ रही हैं। गोरखपुर से रेल की कनेक्टविटी अच्छी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा वन्दे भारत जैसी ट्रेन गोरखपुर से संचालित की जा चुकी है। पूर्वान्चल एक्सप्रेस वे से गोरखपुर को जोड़ने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। लखनऊ, वाराणसी, नेपाल, बिहार यह सभी पहले ही गोरखपुर से 4 लेन व 6 लेन कनेक्टविटी के साथ जुड़ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कनेक्टविटी आज मायने रखती है, क्योंकि आवागमन के साधनों से आमजन को सुविधा मिलती है। साथ ही, अगर सुरक्षा का बेहतर वातावरण दिया गया तो निवेशक भी निवेश करेंगे। हमारा युवा इनोवेशन करके रिसर्च व डेवलपमेन्ट को विकसित करने में योगदान देगा। आज इसी का परिणाम है कि गोरखपुर में गैलेन्ट उद्योग, अंकुर उद्योग, वरुण बेवरेजेज आदि तमाम कम्पनियों ने व्यापक पैमाने पर निवेश किया है। निवेश इस बात को दशार्ता है कि अब यहां पर बड़े पैमाने पर रोजगार भी सृजित होंगे। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को देश और दुनिया में काम की तलाश में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि गोरखपुर में ही आना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाइलेट भारत सरकार का उपक्रम है। अभी तक मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में इसका सेन्टर संचालित होता था। अब इसका अपना सेन्टर स्थापित होने से स्किल डेवलपमेन्ट के लिए स्थानीय युवाओं को गोरखपुर के अन्दर ही अवसर मिलेंगे। इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आईटीआई के साथ ही, अन्य प्रशिक्षण तथा उच्च शिक्षण संस्थान को गीडा तथा नाइलेट के साथ जोड़कर आगे बढ़ाया जाना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत अपने परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ ही, विद्यार्थी स्किल डवलपमेन्ट का एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम साथ लेकर चल सकेंगे। इससे इंडस्ट्री में उनके प्लेसमेन्ट की सम्भावना को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में कुछ दिनों में 12 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। उनका निवेश हो रहा है। लगभग 1 हजार करोड़ रुपये के निवेश के डायरेक्ट व इनडायरेक्ट प्रस्तावों का यहां शुभारम्भ किया गया है। इससे आने वाले समय में यहां हजारों लोगों के लिए रोजगार की सम्भावनाएं विकसित होंगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की धारणा ऐसे ही नहीं बदली है। इसके लिए प्रयास करना पड़ा। कठोर निर्णय लेने पड़े और बिना रुके, बिना झुके तथा बिना अपने मार्ग से हटे आगे बढ़े तो परिणाम जब यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के रूप में सामने आया है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में देश व दुनिया के हर बड़े उद्यमी ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आकर के एमओयू किया। देखते ही देखते 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव प्रदेश को प्राप्त हो चुके हैं। इससे एक करोड़ 10 लाख से अधिक नौजवानों को सीधे नौकरी की गारंटी प्राप्त होगी। इसी पर कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर कालेसर के पास 200 एकड़ क्षेत्रफल में न्यू कालेसर की स्कीम जारी की है। साथ ही, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर धुरियापार के पास गीडा से धुरियापर के बीच, दोनों ओर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की कार्यवाही बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। पहले चरण में 800 एकड़ भूमि का एक लैंड बैंक गीडा के लिए तैयार होगा। बाद में, गीडा उसी का विस्तार करेगी। इसके लिये गीडा को धनराशि भी उपलब्ध करायी जा चुकी है। गोरखपुर, सबसे गरीब, कमजोर क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। यह औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा क्षेत्र जाना जाता था। आने वाले समय में गोरखपुर का दक्षिणान्चल का यह क्षेत्र विकसित क्षेत्रों की श्रेणी में खड़ा होकर लाखों युवाओं के लिए रोजगार, नौकरी और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने का एक माध्यम बनेगा। कार्यक्रम को सांसद रवि किशन शुक्ल ने भी सम्बोधित किया। कार्यकम की रूपरेखा अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह ने प्रस्तुत की। इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधि व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।