गाजियाबाद। विश्व डाक्टर्स डे के मौके पर आईटीएस डेन्टल कॉलेज में दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान संस्थान में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान की डेन्टल ओपीडी में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य पेशेवर से नियमित मुलाकात के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही ग्राम चमरावल और सुल्तानपुर में स्वास्थ्य शिविर लगाये गये, जिसमें मरीजों को डेंटल कैरिज, पायरिया, मौखिक कैंसर जैसी सामान्य दंत समस्याओं की रोकथाम के लिए हर छह महीने में की जानी चाहिए के बारे में जागरूक किया गया तथा उनकी जांच की गयी। इसके साथ ही संस्थान की ओपीडी में नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया तथा संस्थान के बीडीएस तथा एवं एमडीएस छात्रों के लिए सेलिब्रेटिंग रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंड्स विषय पर रील्स और कैप्शन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सभी छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। अंत में विजेता छात्रों को प्रमाण-पत्र दिया गया। इस सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिये सभी प्रतिभागियों ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।
बता दें कि दुनियाभर के डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन किये गये प्रयास और बलिदान अविश्वसनीय है। विश्व भर में डॉक्टर्स को बहुत सम्मान दिया जाता है, वैसे इन्सान इस काबिल नहीं कि उसकी तुलना भगवान से की जाये, लेकिन डॉक्टर ने अपने कार्य से ये दर्जा हासिल कर लिया है। वैसे तो जीवन और मृत्यु इन्सान के नहीं भगवान के हाथ में होती है। लेकिन हम जीवन दानी को डॉक्टर कहते है, जो हमें जन्म देता है, साथ ही कई बार मृत्यु से भी बचाता है, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टरों ने दिन पे दिन तरक्की ही की है। आज बड़े से बड़ी बीमारी को डॉक्टर ठीक कर सकता है, विज्ञान के चमत्कारों की मदद से आज डॉक्टर यहां तक पुहंच पाये है। डॉक्टर के समर्पण, कार्य के प्रति, निष्ठा, ईमानदारी, लगन को सम्मान देने के लिए और उन्हें सलाम करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।