- हिन्दी के विकास में कवि सम्मेलनों का अहम योगदान: ओम सपरा
- हिन्दी सर्वत्र स्थापित हो रही है: अलका आर्या
गाजियाबाद। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय कवि गोष्ठी का आयोजन आनलाइन किया गया।
मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्य औषधि नियन्त्रक नरेन्द्र आहूजा विवेक ने कहा कि राष्ट्र भाषा हिन्दी के बिना राष्ट्र गूंगा हो जाता है। भाषा भावों की संवाहक होती है। अपने मनोभावों के सम्प्रेषण के लिए हमें मातृ भाषा हिन्दी का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने हिन्दी को दैनिक कामकाज की भाषा बनाने पर जोर दिया। दिल्ली विकास प्राधिकरण की निदेशक अलका आर्या ने कहा कि आज हिन्दी सर्वत्र स्थापित हो रही है। बॉलीवुड फिल्मों ने भी हिन्दी के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अध्यक्षता करते हुए ओम सपरा (पूर्व मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट) ने कहा कि कविता समाज को जोड़ने का काम करती है।हिन्दी कवि गोष्ठियों व सम्मेलनों ने उल्लेखनीय योगदान दिया है। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद जी ने हिन्दी के प्रचार में अमूल्य योगदान दिया वह स्वदेशी के प्रबल समर्थक रहे। राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने अपने निमंत्रण पत्र, नाम पट्ट हिन्दी में बनवाने का आह्वान किया।
कवि उमेश मेहता, प्रवीन आर्या, ऋचा गुप्ता, नताशा कुमार, रीता जयहिंद, रजनी चुघ, अनिता रेलन, नरेंद्र आर्य सुमन, सुनीता बुग्गा, अंजू आहूजा, सुरेश शुक्ला (नार्वे), विमल चड्डा (नेरोबी), अलका गुप्ता (मेरठ), चंद्रकांता आर्या, रवीन्द्र गुप्ता, सत्यप्रकाश भारद्वाज, प्रतिभा कटारिया आदि ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।