- डीटीओ ने रामा मेडिकल कॉलेज में कोर कमेटी की बैठक में दिए निर्देश
हापुड़। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को पिलखुवा स्थित रामा मेडिकल कॉलेज में कोर कमेटी की बैठक में निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में टीबी की जांच और उपचार का शुल्क न वसूला जाए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में संचालित डीआरटीबी (बिगड़ी टीबी) सेंटर का भी निरीक्षण किया। सेंटर में हवा की निकासी के लिए पंखा न लगा होने पर डीटीओ ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द पंखा लगवाया जाए और ऐसी व्यवस्था बनवाई जाए कि डीआरटीबी सेंटर की हवा खुले स्थान पर छोड़ी जा सके। दरअसल कोरिडोर आदि में सेंटर की हवा निकलने से कॉरीडोर में आने जाने वाले लोगों को संक्रमण का खतरा रहता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने मेडिकल कॉलेज द्वारा गोद लिए गए क्षय रोगियों को दिए जा रहे पुष्टाहार के बारे में भी जानकारी ली और निर्देश दिए कि समय से पुष्टाहार उपलब्ध कराने में कोई कोताही न बरती जाए। इसके साथ ही टेलीफोन से कॉल करके या फिर उनके घर भ्रमण कर क्षय रोगियों का कुशल क्षेम जानते रहें, इससे क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग मिलता है और टीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए जरूरी उत्साह बना रहता है। नियमित रूप से दवा लेने के संबंध में भी क्षय रोगियों को बताते रहेंगे, तभी उन्हें गोद लिए जाने का उद्देश्य पूर्ण हो सकेगा। डीटीओ डा. सिंह ने कहा- कोमोर्बिड क्षय रोगियों, यानि एचआईवी या किसी अन्य बीमारी से ग्रसित रोगियों की सभी जांच निशुल्क कराएं। टीबी मुक्त भारत का निर्माण तभी संभव है जब क्षय रोगियों का उपचार और जांच पूरी तत्परता से हो। कोर कमेटी की बैठक में डीटीओ के साथ क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम कोआॅर्डिनेटर सुशील चौधरी और पीएमडीटी कोआॅर्डिनेटर मनोज कुमार गौतम भी मौजूद रहे जबकि रामा मेडिकल कॉलेज से एमएस डा. सीएस अहलूवालिया, डा. एनके पाठक और डा. राजेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे। इसके साथ ही जिला क्षय रोग अधिकारी ने दस्तोई रोड स्थित जिला क्षय रोग केंद्र पर गढ़मुक्तेश्वर और धौलाना ब्लॉक की मासिक बैठक भी की।