- रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास की रवानगी तथा टेंट सिटी के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर कर्टेन रेजर को सम्बोधित किया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी विश्व की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राजधानी के रूप में विख्यात हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काशी अपनी पुरातन आत्मा को बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर स्थापित हुई है। काशी थल और नभ के साथ-साथ अब जल मार्ग से भी जुड़ने जा रही है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को विश्व की सबसे लम्बी रिवर क्रूज यात्रा के लिए एमवी गंगा विलास रिवर क्रूज को वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। काशी से नए युग के लिए प्रस्थान करने जा रही है।
मुख्यमंत्री वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास की रवानगी तथा टेंट सिटी, वाराणसी के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर आयोजित कर्टेन रेजर कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। कर्टेन रेजर कार्यक्रम में प्रख्यात गायक शंकर महादेवन द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयीं। उन्होंने शिव तांडव, गंगा अवतरण, शिव भोला भंडारी सहित अनेक भजन प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम से पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 3 वर्ष पूर्व काशी से हल्दिया तक जल परिवहन की शुरूआत की जा चुकी है। अब यात्री सेवा के साथ ही कार्गाे सेवा भी काशी से प्रारम्भ होगी। प्रधानमंत्री जी काशी सहित यह सौगात उत्तर प्रदेश के लोगों को दी गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे लम्बी रिवर क्रूज यात्रा हेतु एमवी गंगा विलास रिवर क्रूज का शुभारम्भ यात्रियों के लिए रोमांचकारी होने के साथ ही, पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक होगा। रिवर क्रूज गंगा विलास वाराणसी से रवाना होकर 5 राज्यों में 27 नदी प्रणालियों से होता हुआ 3,200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करके अन्त में डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। कार्यक्रम को केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सबार्नंद सोनोवाल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।