- कल्याण सिंह का बसीघाट (नरौरा), बुलन्दशहर में राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं प्रदेश की राज्यपाल की ओर से पुष्प चक्र अर्पित कर कल्याण सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
- मुख्यमंत्री ने कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी
- कल्याण सिंह के विचार व कृतित्व सदैव नागरिकों को व भारतीय राजनीति को प्रेरणा व प्रकाश प्रदान करते रहेंगे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्व. कल्याण सिंह का सोमवार को बसीघाट (नरौरा), जनपद बुलन्दशहर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व स्व. कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन इरानी ने कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि के नायक और उत्तर प्रदेश में दलितों, गरीबों, वंचितों, पिछड़ों की आवाज व सुशासन के प्रणेता श्रद्धेय कल्याण सिंह की अंतिम विदाई महानायकों जैसी सम्पन्न हुई है। उन्होंने प्रदेशवासियों की ओर से कल्याण सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और हम सभी को इतनी सामर्थ्य दे कि उनके संकल्पों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण सिंह ने सार्वजनिक जीवन में लम्बा जीवन व्यतीत करते हुए दृढ़ता के साथ मूल्यों व आदर्शों से समझौता किये बगैर लोक आस्था व लोक कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह हमारे बीच भौतिक रूप से नहीं हैं, लेकिन उनके विचार व कृतित्व सदैव उत्तर प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को व भारतीय राजनीति को प्रेरणा व प्रकाश प्रदान करते रहेंगे। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की। कल्याण सिंह की अंतिम विदाई के अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।