- प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई तथा अक्टूबर माह में संचारी रोगों पर प्चलता है अभियान
- 1 जुलाई से इसका नवीन चरण प्रारम्भ हो रहा
- अभियान को सफल एवं प्रभावी बनाना सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की सफलता के लिए अंतर्विभागीय समन्वय महत्वपूर्ण आधार है। इस सम्बन्ध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, नगर विकास, महिला एवं बाल विकास, कृषि, बेसिक शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा विभागों द्वारा अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रभावी प्रयास किये जाएं।
मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर संचारी रोग नियंत्रण के सम्बन्ध में आयोजित अन्तर्विभागीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई तथा अक्टूबर माह में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ विशेष अभियान संचालित होता है। एक जुलाई से इसका नवीन चरण प्रारंभ हो रहा है। इस अभियान को सफल एवं प्रभावी बनाना सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसकी सफलता के लिए सरकार के प्रयास के साथ-साथ जनसहभागिता भी महत्वपूर्ण है। इनमें विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, पाथ जैसी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस नियंत्रण और कोविड प्रबंधन के दो सफल मॉडल हैं, जो संचारी रोग नियंत्रण अभियान में हमारे लिए उपयोगी होंगे। इसके पूर्व अपर मुख्य सचिव चिकित्सा श्री अमित मोहन प्रसाद द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव डेयरी, मत्स्य एवं पशुपालन रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार एवं सूचना निदेशक शिशिर आदि मौजूद रहे।