गाजियाबाद। राज कुमार गोयल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में गुरुवार को दो दिवसीय एडवांसमेंट इन इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग (ए. ई. सी. ई.) पर तृतीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का आयोजन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन एवं कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्य अतिथि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, सोनीपत के डायरेक्टर डा. एम. एन. दोजा ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर दोजा ने टेक्नोलॉजी में भारत के योगदान एवं ट्रांसलेशन रिसर्च पर बल दिया। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. आर के यादव एवं डा. अमित सिंघल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं ए. ई. सी. ई. 2023 के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एन. टी. यू. सिंगापुर के प्रोफेसर सैम लियू तथा स्मार्ट लिविंग टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर, ताइवान के डायरेक्टर डॉ पाओ एन ह्यूइंग ने भी अपने विचार रखे। डॉ. पाओ ने अपने ह्यूमन ट्रैकिंग सिस्टम और इसका व्यावहारिक उपयोग कि किस तरह से मछुआरों को समुद्र में खो जाने से बचाता है। डॉ. सैम लियू ने मानव कंप्यूटर इंटरेक्शन के लिए अत्यधिक स्थानीयकरण और मानचित्रीकरण तकनीकी जो सेंसर और कन्वॉल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करके अज्ञात वातावरण का मानचित्र प्राप्त करने की अनुमति देता है। संगोष्ठी में चयनित शोध पत्रों को पढ़ा गया और उनका प्रकाशन संगोष्ठी के बाद आई. ई. ई. ई. एक्सप्लोर में किया जाएगा। संगोष्ठी में आमंत्रित वक्ता डॉ महेश कोलेकर (आई आई टी, पटना) ने संचार प्रौद्योगिकी और ए. आई. की नई तकनीकियों के बारे में शोधार्थियों को प्रेरित किया। संस्थान के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डा. डी के चौहान एवं डायरेक्टर डा. बी सी शर्मा ने शोधार्थियों को वर्तमान समय की इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर की नई तकनीकियों और भविष्य की चुनौतियों के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया। संस्थान के ग्रुप एडवाइजर डॉ लक्ष्मण प्रसाद ने युवा शोधार्थियों को समाज के उत्थान के लिए नई तकनीकियों पर शोध करने की प्रेरणा दी तथा संस्थान के वाइस चेयरमैन श्री अक्षत गोयल ने सभी को कार्यक्रम सफल होने की बधाई दी।