लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित मेधावी विद्यार्थी संवाद कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अगर व्यक्ति में आत्मविश्वास है तो उसके लिए कोई भी कार्य कठिन नहीं है। छोटी-छोटी चीजें महत्वपूर्ण हो सकती हैं, इसलिए जीवन में किसी चीज को छोटा न समझिए। अति आत्मविश्वास अक्सर हम सबकी विफलता का कारण बनता है। इसलिए छोटी-छोटी बातों को भी हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। हर महत्वपूर्ण चीज को नोट करने की आदत डालना, नोटबुक बनाना, दूसरों के नोट्स से नहीं, बल्कि अपने नोट्स से अपनी तैयारी करना फायदेमंद होता है। यदि विद्यार्थी यह आदत डाल लें तो अभी उन्होंने जनपद की मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त किया है तो अगली परीक्षा में वे प्रदेश की मेरिट लिस्ट में स्थान बना पायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। कोई भी परीक्षा हो, उस परीक्षा की पूरी तैयारी करना आवश्यक है। परीक्षा से पहले सभी विद्यार्थियों को भय और तनाव से मुक्त रहना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षा के सम्बन्ध में जो चर्चा की थी, वह अत्यन्त महत्वपूर्ण थी। प्रधानमंत्री रेडियो पर प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से पूरे देश से जुड़ते हैं। अपनी तमाम व्यस्तता के बावजूद वे देश और दुनिया की किसी विशिष्ट घटना को लेकर समाज में कहां पर कौन-सा व्यक्ति नया कर रहा है उसकी जानकारी हमें देते हैं। अक्सर इसके माध्यम से हमें बहुत सारी रोचक जानकारी भी मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें न्यूज पेपर पढ़ने की आदत डालनी चाहिए, न्यूज पेपर आपकी जनरल नॉलेज को हमेशा अपडेट करेगा, न्यूज पेपर देश और दुनिया की जानकारी लेने का एक बेहतर माध्यम होता है। विशेषकर संपादकीय का पृष्ठ अनिवार्य रूप से पढ़ना चाहिए और महत्वपूर्ण बिन्दुओं को नोट करने की आदत डालनी चाहिए। पुस्तकालय का भी विशेष महत्व है, वहां पर विभिन्न विषयों की पुस्तकों से जानकारी ली जा सकती है। अन्य क्षेत्रों में भी रुचि लेनी चाहिए। यह व्यक्तित्व विकास का माध्यम होता है। साथ ही, वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि में भाग लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानाचार्य का दायित्व है कि विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल रहे, सभी व्यवस्थाएं ठीक रहें, विद्यालय में सफाई आदि रहे, बच्चे समय से विद्यालय आयें, बच्चों को प्रार्थना सभा में अच्छी जानकारी दी जाये। पुरातन छात्र परिषद का गठन विद्यालयों में किया जाये। पुराने छात्रों के अनुभवों से बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए समय-समय पर उनकी सेवाएं ली जायें।
मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रयास होना चाहिए कि शासन की योजनाओं की जानकारी सभी को दी जाये और उसका लाभ भी लिया जाये। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से राज्य सरकार छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालयों को आॅनलाइन जोड़ने की व्यवस्था की जाये। पुस्तकालय के माध्यम से हर योजना की जानकारी दी जाये जिससे कोई भी लाभान्वित हो सके। विद्यार्थियों सहित सभी लोग शासन की योजनाओं से अपडेट रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बोर्ड एवं पाठ्यक्रम अच्छे होते हैं। नये पाठ्यक्रम के अनुरूप शिक्षकों का प्रशिक्षण हो, शिक्षक मेहनत से छात्रों को पढ़ायें, सरकार भी पूरी मदद करेगी। शिक्षकों की तैनाती हो रही है तथा विद्यालय भवनों का निर्माण भी कराया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हाईस्कूल के 21 छात्र-छात्राओं तथा इंटर के 12 छात्र-छात्राओं को बैग तथा पुस्तकें आदि वितरित कीं। इस अवसर पर जनप्रतिनिध, अधिकारी, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं छात्र-छात्राओं के अभिभावक भी उपस्थित थे।