गाजियाबाद। ग्लोबल पीस लीडरशिप कॉन्फ्रेंस इंडो-पैसिफिक 2023 का आयोजन ली मेरिडियन और रॉयल प्लाजा होटल्स, नई दिल्ली में किया गया। जिसमें 1000 से अधिक छात्रों, राजदूतों और शांति निर्माताओं को वर्चुअली और व्यक्तिगत प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन का विषय वसुधैव कुटुम्बकम: मानव चेतना और शांति को आगे बढ़ाने के लिए विजन था। वसुधैव कुटुम्बकम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए की गई इस प्रक्रिया में उपयोग 4 प्रमुख अंगों पर चर्चा की गई। युवाओं की भागीदारी, युवाओं का निर्माण, राष्ट्र का निर्माण। मूल्य-आधारित शांति निर्माण। शांति हमारे भीतर है। शांत कैसे बनें, खुद का निर्माण करें। पर्यावरण संरक्षण। ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया के अध्यक्ष डॉ. माकंर्डेय राय ने कहा कि पृथ्वी के मित्र बनें शत्रु नहीं क्योंकि प्रकृति में जबरदस्त शक्ति है, हम पृथ्वी के बिना टिके नहीं रहेंगे। ये चार अवयव मानव चेतना और शांति को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे। दूसरा ट्रैक, ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन फॉर द फ्यूचर, में छात्रों को उनके जीवन के सभी पहलुओं में सफल होने और समग्र शांति में योगदान देने के लिए तैयार करने के लिए नए रुझानों, विचारों और नीतियों का विश्लेषण किया गया । अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं और स्थानीय राजदूतों ने भी उच्च पूर्ण सत्र (हाई प्लनेरी) के दौरान अपने विचार व्यक्त किए। जिसमें स्थानीय नृत्य प्रदर्शन, शांति और शांति को बढ़ावा देने के लिए एक ध्यान, और सी-20 की प्रतिनिधि गले लगाने वाली संत माता अर्मिताानंदमयी और राजदूत विजय नांबियार, शेरपा सी-20 के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न वक्ताओं की टिप्पणियां और वक्तव्य शामिल थे । ग्लोबल पीस लीडरशिप कॉन्फ्रेंस इंडो-पैसिफिक 2023 का आयोजन ग्लोबल पीस फाउंडेशन और सह-आयोजकों अंतर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद , मानव रचना यूनिवर्सिटी और युवसत्ता यूथ फॉर पीस ने सिविल 20 इंडिया 2023 के सहयोग से किया है । भारत में इससे पूर्व आयोजन 2014 में नई दिल्ली में किया था। ग्लोबल पीस फाउंडेशन ने अब तक जीपीएलसी का आयोजन मलेशिया, फिलीपींस, नेपाल, इंडोनेशिया, भारत, दक्षिण कोरिया, नाइजीरिया, मंगोलिया, तंजानिया, युगांडा, उत्तरी आयरलैंड, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका आदि देशों में किया है।