देहरादून। कड़कड़ाती ठंड और निरंतर पारा भी गिरता गुजराड़ा गांव के बच्चों को जनचेतना केन्द्र में आने से नहीं रोक पाया। बीते दिन जब यहां का तापमान तीन व चार डिग्री में था और चारों तरफ जंगल के बीच कड़कड़ाती ठंड थी और हवा भी चल रही थी, तब बच्चों की आवाजाही उसी तरह बनी रही जैसे अन्य दिनों में रहती है। स्कूल के समय के बाद तीन से पांच बजे के बीच लगभग चालीस बच्चे केन्द्र परिसर में आए और उसी जोश-खरोश के साथ उन्होंने अलग-अलग खेलों में भागेदारी की। इतना ही नहीं अपने छोटे भाई बहन जिनकी उम्र दो से तीन साल थी, उन्हें भी अपने साथ मनोरंजन के लिए लाए। केन्द्र परिसर में बच्चों का नियमित अध्ययन भी शुरू कर दिया गया है। एक घंटा पढ़ाई और एक घंटा खेलकूद का नया अध्याय शुरू कर दिया गया है। अब नियमित पढ़ाई भी जनचेतना केन्द्र में हुआ करेगी। बच्चों का स्कूल होमवर्क भी केन्द्र परिसर में प्रशिक्षित अध्यापक करा रहे हैं। बच्चों की जो भी कठिनाई चाहे वह अंक गणित की हो, विज्ञान की हो, अंग्रेजी की हो, उनको हल कराया जाता है। यह नियमित कार्यक्रम शुरू होने से बच्चों में अतिउत्साह है। वे खेलकूद, मनोरंजन के साथ पठन-पाठन भी कर रहे हैं।