- पोलिंग बूथों की संख्या बढ़ाई जाएगी
- 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में होगा चुनाव
- मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया जाएगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव तय समय पर ही होंगे। चुनाव आयोग ने गुरुवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर साफ कर दिया है कि चुनाव पीछे नहीं हटाए जाएंगे। चुनाव आयोग ने तीन दिनों तक उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों, प्रशासनिक अधिकारियों से बैठक करने के बाद यह निर्णय लिया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार का कार्यकाल 14 मई को समाप्त हो रहा है। निर्वाचन आयोग सामान्य पोलिंग ही कराएगा। हमने राजनीतिक पार्टियों के साथ मीटिंग की है, हमने जिलाधिकारियों के साथ भी बैठक की है, हमने आयकर विभाग, जीएसटी, एनसीबी, नोडल अफसरों के साथ भी चर्चा की है। हमारा प्रयास है कि प्रलोभन फ्री इलेक्शन हो। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बताया है कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत चुनाव कराए जाएं। चुनाव आयोग घनी आबादी वाले पोलिंग बूथों को खुले में लाएगा, महिलाओं की सुरक्षा और बुजुर्गों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा है कि पेड न्यूज पर भी चर्चा की गई है। साथ ही यह सूचना भी दी कि 5 जनवरी को मतदाता लिस्ट जारी की जाएगी।
उधर सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जनवरी के दूसरे हफ्ते में जारी हो सकती हैं। 403 विधानसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव कराने की इस बार भी प्लानिंग है। माना जा रहा है कि 9 से 15 जनवरी के बीच कभी भी यूपी में आचार संहिता लग सकती है।
इस बार के चुनाव में टोटल वोटर्स की संख्या 15 करोड़ के लगभग है, जिसमें 52.8 लाख नए मतदाता है। इसमें 28.86 लाख महिला मतदाता हैं। कोविड को देखते हुए चुनाव में वोटिंग का वक़्त पूरे राज्य में एक घंटा बढ़ा दिया गया है। अब सुबह 8 बजे से शाम 5 के बजाय मतदान 8 से शाम 6 बजे तक होगा।