- कोविड के लिए अधिग्रहीत अस्पताल में मिलेंगी सभी सरकारी सुविधाएं : एसीएमओ
- पॉजीटिव महिला को प्रसव पीड़ा होने पर कोविड कंट्रोल रूम से करें संपर्क
गाजियाबाद। गर्भवती के पॉजिटिव होने पर इस बात को लेकर न घबराएं कि उन्हें संस्थागत प्रसव की सुविधा कैसे मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कोविड के लिए अधिग्रहीत संतोष हॉस्पिटल में व्यवस्था कर ली है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर और एसीएमओ डा. सुनील त्यागी ने सोमवार देर शाम संतोष हॉस्पिटल में पॉजिटिव गर्भवती के लिए बनाए गए वार्ड का निरीक्षण किया और उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली।
सीएमओ ने कहा है कोविड पॉजिटिव गर्भवती को संस्थागत प्रसव सेवाएं संतोष हॉस्पिटल में उपलब्ध कराई जाएंगी। इस चिकित्सालय में सरकारी अस्प्ताल में मिलने वाली सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाएंगी। एसीएमओ डा. सुनील त्यागी ने बताया कोई गर्भवती यदि कोरोना पॉजिटिव हो जाती है तो प्रसव पीड़ा होने पर वह खुद या उसके परिजन सीधे कोविड कंट्रोल रूम में संपर्क करें। कंट्रोल रूम से संस्थागत प्रसव की सुविधा सरकारी खर्च पर संतोष हॉस्पिटल में उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कोरोना काल में किसी भी गर्भवती या उनके परिजन को घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग उनके साथ है।
किसी भी आपात स्थिति में सरकारी एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचा जा सकता है। यही नहीं प्रसव के बाद जच्चा- बच्चा को घर पहुंचाने की जिम्मेदारी का भी निर्वहन एम्बुलेंस करती है। एम्बुलेंस की यह सेवा निशुल्क है। उन्होंने कहा कोरोना काल में गर्भवती को अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए। अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान दें और किसी भी तरह के संक्रमण से बचें।
उन्होंने बताया सामान्य स्थिति (नॉन कोविड) में प्रसव के लिए जनपद में संयुक्त जिला चिकित्सालय और जिला महिला चिकित्सालय के अलावा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध है। गर्भवती को अस्पताल लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस-102 की सुविधा निशुल्क प्रदान की जाती है। जिला सलाहकार मातृ स्वास्थ्य जितेंद्र राव ने बताया- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और मातृ-शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इसी क्रम में हर महीने की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस का आयोजन किया जाता है।