- लोनी में रेडक्रॉस ने 100 क्षय रोगियों को गोद लिया
- दवा के साथ पुष्टाहार लेते रहें, ठीक हो जाएगी टीबी
गाजियाबाद/ लोनी। हौसला न हारें, ईश्वर – अल्लाह जिसमें विश्वास रखते हैं, उसमें आस्था बनाए रखें और चिकित्सक के बताए अनुसार नियमित रूप से दवा लेते रहें, साथ में पोषण युक्त भोजन करें, टीबी पूरी तरह ठीक हो जाएगी। यह बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), लोनी पर क्षय रोगियों के लिए आयोजित एडोप्शन कार्यक्रम में रेडक्रॉस के सभापति सुभाष गुप्ता ने कहीं। कार्यक्रम के दौरान रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से 100 क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार प्रदान किया गया। इस मौके पर रेडक्रॉस सोसाइटी, गाजियाबाद की सचिव डा. किरण गर्ग, डा. सुषमा, जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. डीएम सक्सेना और सीएचसी प्रभारी डा. मनपाल सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।
डीटीओ डा. डीएम सक्सेना ने कार्यक्रम में पहुंचे क्षय रोगियों से नियमित दवा लेने के बारे में पूछा। उन्होंने कहा अधिकतर मामलों में छह माह तक नियमित दवा खाने से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है। चिकित्सक के कहने पर दवा खाना बंद करें। बीच में उपचार छोड़ने से टीबी बिगड़ जाती है और फिर न केवल दवा बदलनी पड़ती हैं बल्कि उपचार लंबा और मुश्किल भी हो जाता है। डा. सक्सेना ने कहा – टीबी का पोषण से सीधा नाता है। क्षय रोग के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और ऐसे में अन्य संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दवा के साथ उच्च प्रोटीन युक्त भोजन लेना जरूरी है। विभाग के आह्वान पर सक्षम लोग और संस्थाएं बेहतर पोषण के लिए मदद कर रही हैं, इसके अलावा सरकार की ओर से निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को उपचार जारी रहने तक हर माह पांच सौ रुपए का भुगतान इसी उद्देश्य से किया जाता है। रेडक्रॉस सोसाइटी की सचिव डा. किरण गर्ग ने भी क्षय रोगियों को नियमित दवा लेते रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक संजय यादव, प्रयोगशाला पर्यवेक्षक महेश कौशिक और उपचार पर्यवेक्षक गौरव गौतम का सक्रिय सहयोग रहा। इस मौके पर लोनी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
निक्षय दिवस पर डीबीटी क्लियर करें सीएचओ : डीटीओ
निक्षय दिवस को लेकर डीटीओ डा. डीएम सक्सेना ने निर्देश जारी किए हैं कि बृहस्पतिवार को सभी संबंधित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्लूसी) समय से उपस्थित होकर चिन्हित संभावित रोगियों की जांच कराएं। इसके साथ ही केंद्र पर यदि किसी क्षय रोगी को डीबीटी का भुगतान न होने की जानकारी मिलती है तो तत्काल पोर्टल पर स्टेटस चेक कर वस्तुस्थिति जानें और लाभार्थी को अवगत कराते हुए डीबीटी का लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही क्षय रोग और क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में पूरी जानकारी भी दें।