- डीएम ने दिए पीसीपीएनडीटी अधिनियम का सही से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश
- टीबी से ग्रस्त गोद लिए छह मरीजों को वितरित की पोषण किट
गाजियाबाद। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक के निस्तारण हेतु जिला सलाहकार समिति की बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने पीसीपीएनडीटी एक्ट की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जिन अस्पतालों ने अल्ट्रासाउंड मशीन के संचालन के लिए समय से नवीनीकरण नहीं किया गया है उनके खिलाफ पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर प्रसव पूर्व लिंग जांच न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम औचक निरीक्षण करे ताकि कन्या भ्रूण हत्या रोकी जा सके। जिलाधिकारी ने जिला सलाहकार समिति के सदस्यों को निर्देशित करते हुए कहा कि क्षेत्र में यदि कोई मामला सामने आता है तो सीएमओ को बताएं। यदि किसी अस्पताल की शिकायत प्राप्त हुई तो आरोप पुष्ट होने पर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने डॉक्टरों को निर्देश दिए कि अल्ट्रासाउंड व एक्सरे मशीन लगाने के लिए पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत समय से आवेदन किया जाए ताकि समिति द्वारा आवेदनों का परीक्षण कर निस्तारण कराना सुनिश्चित कराया जा सके। उन्होंने नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डा. चरण सिंह को निर्देश दिये कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए जागरूकता कार्यक्रम प्लान बनाया जाय ताकि लोगों को अधिनियम के तहत होने वाली कार्यवाही की जानकारी रहे साथ ही यह भी निरीक्षण किया जाय कि जनपद के प्रत्येक चिकित्सालय में पीसीपीएनडीटी एक्ट की जानकारी विषयक बोर्ड अनिवार्य रूप से चस्पा है या नहीं। बैठक में जिला सलाहकार समिति द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्रों के पंजीकरण के लिए 4 नए आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई एवं नवीनीकरण के 11 प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में जनपद में पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड करने हेतु 13 नए चिकित्सकों को कार्य करने की अनुमति पर स्वीकृति प्रदान की गई एवं जनपद में 4 पंजीकृत केंद्रों का स्थान परिवर्तन करने के आवेदन को भी स्वीकृत किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा जनपद में टीबी से ग्रस्त 6 गोद लिए हुए मरीजों को पोषण किट भी वितरित की गई। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारीग एवं समिति के समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहे।