- पांच बिंदुओं पर रिपोर्टिंग के साथ आयुष्मान योजना की भी जानकारी देंगी
- मच्छरों से बचाव के साथ घरों में मच्छर प्रजनन की भी देनी होगी जानकारी
गाजियाबाद। जनपद में वेक्टर (मच्छर-मक्खी) जनित रोग बढ़ने के कारण शासन के निर्देश पर अक्टूबर माह को विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह के रूप में मनाया जा रहा है। सोमवार से अभियान के दूसरे पखवाड़े में दस्तक अभियान शुरू हो गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि 31 अक्टूबर तक जनपद में 850 टीम घर-घर दस्तक देंगी। फ्रंटलाइन वर्कर्स (आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) इंफ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (सारी) के लक्षण वाले व्यक्तियों की सूची तैयार करेंगी और उनका नाम पता व मोबाइल नंबर सहित पूर्ण विवरण ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि दस्तक टीम यह भी बताएंगी कि कैसे वेक्टर जनित रोगों से बचाव करना है और बुखार होने की स्थिति में क्या करें, क्या न करें। टीबी और कुष्ठ रोग के लक्षण वाले लोग चिन्हित किए जाएंगे, साथ ही कुपोषित बच्चों की भी सूची तैयार की जाएगी। सीएमओ ने बताया- घर-घर जाकर दस्तक टीम आयुष्मान भारत योजना की जानकारी देंगी और परिवार के मुखिया से योजना के लाभार्थी होने के बारे में पूछने के साथ ही आयुष्मान कार्ड के बारे में भी पूछेंगी और यदि आयुष्मान कार्ड नहीं बने होंगे तो आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को इसकी राह सुझाएंगी। जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. आरके गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक लक्षण युक्त/संभावित रोगी की जानकारी प्रदेश स्तर पर विकसित किए गए यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) पर भी अपलोड होगी। अभियान के दौरान चिन्हित किए गए लक्षण युक्त / संभावित रोगियों व्यक्तियों की जांच की स्थिति यूडीएसपी के जरिए अधिकारी स्वयं देख सकेंगे। इसी के साथ संचारी रोग नियंत्रण अभियान से जुड़ी संस्थाओं डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और पाथ के द्वारा भी जनपद के विभिन्न क्षेत्रों की मॉनिटरिंग का आउटपुट भी संचारी अभियान के मॉनिटरिंग डैशबोर्ड पर उपलब्ध है। इतना ही नहीं मलेरिया विभाग के कार्मिकों द्वारा किए गए वेक्टर घनत्व आंकलन की जानकारी भी पोर्टल पर है।