- आज कलेक्ट्रेट में तृतीय अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक करेंगे जिलाधिकारी
- व्हाट्स ग्रुप के जरिए गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं सीडीओ
गाजियाबाद। जिले में संचालित संचारी रोग नियंत्रण अभियान की प्रशासनिक स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है। अभियान की समीक्षा के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में तृतीय अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक होगी। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की ओर से सभी संबंधित विभागों को पत्र भेजा गया है। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया – अभियान के तहत संचालित गतिविधियों पर निगरानी के लिए एक व्हाट्स ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में गतिविधियों के फोटोग्राफ लोकेशन के साथ शेयर की जाती हैं। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) विक्रमादित्य सिंह मलिक व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए स्वयं अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
सीएमओ डा. भवतोष ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में जनपद में एक से 30 अक्टूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। सात से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर बुखार पीड़ितों को चिन्हित कर जांच करा रही हैं। 21 और 29 सितंबर को अंतर्विभागीय समन्वय बैठक के बाद शनिवार को जिलाधिकारी ने अंतर्विभागीय बैठक बुलाई है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अलावा अभियान में शामिल सभी निकाय, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, आईसीडीएस, पंचायतीराज विभाग, उद्यान विभाग, जल निगम और सिंचाई विभाग आदि शामिल रहेंगे।
जिला सर्विलांस अधिकारी डा. आरके गुप्ता ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत सामुदायिक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। प्राइमरी और माध्यमिक विद्यालयों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित कर संचारी रोगों से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। यह मौसम मच्छरों के पनपने के लिए बहुत ही अनुकूल है। इसलिए इस मौसम में मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यही कारण है कि जनपद में डेंगू, मलेरिया के मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन मामलों को लेकर सतर्क है, जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए बताया जा रहा है कि मच्छरों से बचाव के लिए अपने घर के आसपास सफाई रखें। जलजमाव न होने दें। बच्चों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनाएं। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें। चिकित्सक की सलाह पर रक्त की जांच कराएं।
जिला मलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा ने बताया- मच्छर जनित बीमारियों के हिसाब से यह मौसम बहुत ही संवेदनशील है। इसलिए मच्छरों से बचाव के लिए रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। आपके घर के पास ही जलजमाव या गंदगी हो तो संबंधित निकाय को सूचित करें। यदि किसी क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया या स्वाइन फ्लू का कोई मामला सामने आता तो मलेरिया विभाग की ओर से वहां तत्काल स्प्रे कराया जाता है ताकि मच्छरजनित बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके।