लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर यहां जीपीओ स्थित सरदार पटेल पार्क में स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत माता के महान सपूत लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पावन पुण्य तिथि है। आज ही के दिन सन 1950 में उन्होंने इस पावन धराधाम से विदाई ली थी और भावी पीढ़ी के लिए एक महान आदर्श देश के सामने रखा था। सरदार पटेल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। आजादी के बाद संविधान निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। स्वतंत्र भारत के शिल्पी के रूप में सभी लोग उन्हें श्रद्धा व सम्मान के साथ स्मरण करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के समय 563 से अधिक रियासतों का एकीकरण करके भारत गणराज्य का हिस्सा बनाना एक चुनौतीपूर्ण और दुरूह कार्य था। बहुत सी रियासतें उस समय विचलन की स्थिति में थी। इनमें जूनागढ़ और हैदराबाद रियासतों की हरकतों के बारे में सभी जानते हैं। सरदार पटेल की दूरदर्शिता व दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने इनकी एक न चली, और सभी रियासतों ने शान्तिपूर्ण तरीके से भारत गणराज्य का हिस्सा बनकर वर्तमान भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इसका सर्वाधिक श्रेय लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नये भारत के निर्माण में भी सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका थी। आजादी के बाद उन्होंने शिक्षा तथा कृषि के क्षेत्र में सुधारों को प्रेरित किया। अन्नदाता किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने में पशुधन की भूमिका से सम्बन्धित कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए सरदार पटेल ने आह्वान किया। सरदार पटेल के द्वारा आजादी की लड़ाई में तथा उसके बाद जिस भूमिका का निर्वहन किया गया, वह आज भी हमारे लिए प्रासंगिक और प्रेरणादायी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की एकता व अखण्डता के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान से हमारी वर्तमान व भावी पीढ़ी प्रेरित होती रहेगी। मुख्यमंत्री जी ने सरदार पटेल के आदर्शों को जीवन्त बनाये रखने के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति के प्रति आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्व. राम कुमार वर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विधायक शशांक वर्मा, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मृति समारोह समिति की अध्यक्ष राजेश्वरी देवी वर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।