- तीन माह तक केन्द्र व प्रदेश सरकार ने खादी पर की विशेष छूट देने की घोषणाा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर हजरतगंज स्थित गांधी आश्रम में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर उनके चित्र पर भी माल्यार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चर्खा चलाया। मुख्यमंत्री ने गांधी आश्रम में अपने लिए तथा वहां उपस्थित दो बालिकाओं के लिए खादी के वस्त्र खरीदे तथा उसका कार्ड से भुगतान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई को स्वदेशी ने नई गति प्रदान की। बापू के नेतृत्व में उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम सभी स्थानों से जुड़कर लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई को नई ऊंचाईयां प्रदान की। उस समय कहा जाता था कि भारत से ब्रिटिश शासन का कभी अन्त नहीं होगा। बापू के नेतृत्व में स्वदेशी और स्वावलम्बन के उनके नारे के साथ जब यह लड़ाई आगे बढ़ाई गई, तो ब्रिटिश शासन का भी अन्त हो गया। आज भी आजाद भारत में बापू की प्रेरणा हम सबको नया मार्गदर्शन दे रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभाली थी। उन्होंने ग्राम स्वावलम्बन के लिए जनधन खातों के माध्यम से वित्तीय समावेशन के साथ सभी व्यक्तियों को जोड़ने के लिए अभियान चलाया था। स्वच्छ भारत मिशन, स्वस्थ भारत के साथ नारी गरिमा की रक्षा का माध्यम भी बना है। दुनिया जब कोरोना महामारी से पस्त थी, तब प्रधानमंत्री ने देश को आत्म निर्भर भारत का मंत्र दिया। इसका अर्थ है कि जो लोकल है, उसके लिए हम वोकल बने। अपने देश पर गौरव की अनुभूति करें। यही बापू भी कहते थे। खादी भारत के स्वावलम्बन, स्वदेशी तथा सम्मान का आधार बनी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे कार्यक्रम बापू के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। यह आत्मनिर्भर गांव तथा स्वावलम्बन का आधार बन रहे हैं। बापू ने जो प्रेरणा दी आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र व राज्य सरकारें कार्य कर रही हैं। प्रदेश सरकार आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की परिकल्पना को साकार कर रही है। बापू के स्वप्न के साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में ह्यएक जनपद एक उत्पाद योजनाह्ण (ओडीओपी) प्रारम्भ की है। यह आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने का अभियान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडीओपी स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा देती है। इसकी आत्मा स्वदेशी है। यह आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रही है। विगत 05 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने इन उत्पादों के प्रोत्साहन से निर्यात में दोगुने से अधिक वृद्धि की है। जो निर्यात पहले 86 से 88 हजार करोड़ रुपये का था, वह आज 1 लाख 56 हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो गया है। इसने लाखों लोगों को आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन की अग्रसर किया है।
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री से प्रेरणा प्राप्त करते हुए देश को दुनिया की महानतम शक्ति के रूप में स्थापित करने तथा आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए योगदान देने की अपील की। उन्होंने गांधी आश्रम परिवार को इस कार्यक्रम के लिए बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार उनके प्रोत्साहन के लिए हर सम्भव सहयोग करेगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मत्स्य मंत्री संजय निषाद, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह ओलख एवं जनप्रतिनिधि, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई, निर्यात संवर्धन, हथकरघा तथा खादी एवं ग्रामोद्योग श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।