लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने पशुधन, नमामि गंगे, जलापूर्ति, कृषि, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा की। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने नवनियुक्त मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों का मनोबल बढा़ते हुए कहा कि नई जगह जाकर नये जोश तथा नई ऊर्जा के साथ कार्य करना होगा। नई चुनौतियों का डटकर सामना करना होगा। जनपद के विकास, प्रोडक्शन बढ़ाने, आम जनमानस की समस्याओं के निस्तारण के लिए निरंतर जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
लंपी रोग पर मुख्य सचिव ने समस्त जिलाधिकारियों को लक्ष्य के अनुसार टीम गठित कर माइक्रो प्लान के अनुसार टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संक्रमित पशुओं का उपचार डेडिकेटेड आइसोलेशन सेंटर में रखकर किया जाए। इस बीमारी के बारे में किसानों को जागरूक करें और वैक्सीन लगवाने में सहयोग करें। पिछले एक हफ्ते में लगभग 13 लाख पशुओं को वैक्सीनेशन करवाया गया है, प्रतिदिन 3 लाख वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए। इसके अलावा वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए सघन विसंक्रमण तथा फागिंग का कार्य तेजी से कराया जाए। उन्होंने कहा कि 29 सितंबर को सभी जनपदों में कोविड टीकाकरण का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरे देश में नमामि गंगे तथा जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है। हर घर जल योजना के तहत 17 सितंबर को एक ही दिन में पूरे देश में ढाई लाख परिवारों को कनेक्शन दिये गये, जिनमें अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 1 लाख 20 हजार परिवारों को कनेक्शन देकर नवीन कीर्तिमान स्थापित किया है, इसके लिए उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को बधाई दी। इससे पूर्व, रामपुर जिलाधिकारी ने जल संरक्षण के विषय पर बताया कि जनपद में जल संचयन के लिए कई परियोजनाओं पर कार्य किया गया। ग्राम पंचायत पटवाई में देश के प्रथम अमृत सरोवर के निर्माण के साथ ही 136 अमृत सरोवरों का निर्माण करवाया गया। मनरेगा द्वारा 1759 तालाबों का जीर्णोद्धार किया गया। इसके साथ ही 3 नदियों-सैंजनी, बैहगुल एवं बहल्ला का जीर्णोद्धार किया गया। जनपद में लगभग 27 लाख वृक्षारोपण किया गया। 5 चेक डेम की डिसिल्टिंग का कार्य किया गया।
इसी क्रम में श्रावस्ती डीएम ने बताया कि फाइलेरिया रोग से अपंगता की स्थिति हो जाती है। फाइलेरिया से संक्रमित व्यक्ति सामान्य व्यक्ति की तरह ही दिखता है। किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के बाद बीमारी का पता लगने में पांच से 15 वर्ष तक लग सकता है। इससे बचने के लिए स्वास्थ्य टीम ने घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा डीईसी, एल्बेंडाजोल खिलाई है। इसके अलावा आम लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है।
इसी क्रम में हापुड़ डीएम ने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान चलाया गया। साथ ही लक्षित लाभार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि बच्चों को पोलियो और रोटा वायरस वैक्सीन की खुराक दी जाती है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुवेर्दी, प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव समाज कल्याण हरि ओम, सचिव नियोजन आलोक कुमार, सचिव कृषि अनुराग यादव, प्रबंध निदेशक जल निगम (ग्रामीण) बलकार सिंह सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त मंडलायुक्त, जिलाधिकारी आदि उपस्थित थे।