नई दिल्ली। आज देश के लिए अच्छी खबर टोक्यो ओलंपिक से आई है। इम्फाल (मणिपुर) की रहने वाले मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में भारत को रजत पदक दिलाया है। देश के लिए एक से बढ़कर एक उपलब्धि अपने नाम करने वाली मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में 49 किलोग्राम भारवर्ग प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा है। इससे पहले ओलिंपिक में किसी भी भारतीय वेटलिफ्टर ने रजत पदक नहीं जीता था। पिछली बार 2016 रियो ओलिंपिक के लिए उन्होंने क्वालीफाई कर लिया था, लेकिन वो सफल नहीं हो पाई थीं। कुछ भी कहा भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में अपने मेडल का खाता सिल्वर के साथ खोल लिया है। महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने भारत को 49 किग्रा महिला वेटलिफ्टिंग में यह पदक दिलाया। क्लीन एंड जर्क के अपने दूसरे प्रयास में मीराबाई ने कुल 115 किग्रा वजन उठाकर नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया लेकिन यह रिकॉर्ड चीन की होऊ झीहुई ने अगले ही प्रयास में 116 किग्रा वजन उठाकर इसे तोड़ दिया। चानू से पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में भारत को कांस्य पदक दिलाया था। उन्होंने कुल 240 किलोग्राम भार उठाया। चानू ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाया। वहीं गोल्ड जीतने वाली चीन की होऊ झीहुई ने कुल 210 किग्रा (94 किग्रा + 116 किग्रा) का भार उठाया। इंडोनेशिया की आइशा विंडी केंटिका ने कुल 194 किग्रा (84 किग्रा + 110 किग्रा) उठाकर कांस्य पदक जीता। मीराबाई ने साल 2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा उन्होंने 2020 एशियन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था तो वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 में सिल्वर और 2018 में गोल्ड मेडल अपने नाम किए थे। उनकी शानदार उपलब्धियों की वजह से उन्हें साल 2018 में सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया गया था। वे पद्मश्री से भी सम्मानित की जा चुकी हैं।