गाजियाबाद। नटशाला थिएटर ग्रुप दो साल से अथिक समय से कला और संस्कृति के क्षेत्र में काम कर रहा है। नटशाला थिएटर ग्रुप देशभर में परफॉर्म करता है, हर प्रदर्शन के साथ दर्शकों का भरपूर प्यार और प्रशंसा मिलती है। विष्णु ग्रोवर ने 10 वर्षों के करियर के दौरान असंख्य नाटकों का निर्देशन और प्रदर्शन किया है।
नटशाला थिएटर ग्रुप ने अपने हाल ही के प्रदर्शन एक अराजकतावादी की आकस्मिक मत्ृयु से एक बार फिर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह नाटक इटली के एक नाटककार डाररयो फो द्वारा लिखा गया है। टीम ने अतीत में अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिसा और फिर से उन्होंने हर थिएटर प्रेमी को उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के साथ एक दृश्य उपचार दिया। डांस वोग, गाजियाबाद में स्थित एक स्टूडडयो है जो अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर शहर में मनोरंजन को बढावा देने की पुरजोर कोशिश कर रही है।
19वीं सदी के इटली की सेटिंग में सामने आया यह नाटक एक वास्तविक जीवन के परिदृश्यों पर आधारित है। पुलिस क्रूरता, हिंसा, विवाद और सरकारी विफलता। यह डाररयो फो के सबसे प्रसिद्ध नाटकों में से एक है।
निदेशक विष्णु ग्रोवर ने वर्तमान स्थिति और परिदृश्य के अनुसार नाटक को संशोधित किया। यह राजनीतिक नाटक वर्तमान दुुनिया के साथ अपनी हड़ताली समानता के लिए देखने लायक है और पागल हास्य दर्शकों को हंसी के दंगल पर ले जाने का वादा करता है। उन्हें उम्मीद है कि उनके नाटक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालते है ंऔर लोगों को थिएटर के माध्यम से उन्हें समझने के लिए एक साथ लाते हैं। वे मान महसूस करते हैं कि टीम ने हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को कैसे दिखाया। यह स्पष्ट है कि दशकों ने नाटक के हर हिस्से को पसंद किया क्योंकि वे शुरू से अंत तक अपनी सीटों से चिपके हुए रहे।
चाहे वह आकर्षमक कहानी हो, महाकाव्य प्रदर्शन हो, या निर्दोष निर्देशन, नाटक दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के साथ-साथ प्रशंसा भी प्राप्त करने में सक्षम होता है। दर्शकों में से एक ने टिप्पणी की कि नाटक लगभग एक लाइव फिल्म की तरह लगा। दर्शकों की इस अत्यथिक सकारात्मक प्रतिक्रिया ने नटशाला टीम को भविष्य में इस तरह के शानदार प्रदर्शनों को लाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
नाटक के कलाकारों में विष्णु ग्रोवर, गुरुदेव सिंह, कार्तिकय अग्रवाल, नीतिक झा, शिवम झा, स्वाति बोरा, अनुभव पाल, ऋतिक सिहं, दिव्यांशु खन्ना, और आनंद कुमार पाल थे। साथ ही बैकस्टेज क्रू को भुलाया नहीं जा सकता है जिन्होंने अथक परिश्रम किया और यह सुनिश्विचत किया कि किसी भी मंच पर आने वाली हिचकी से बचा जा सके । टीम में प्रोडक्शन मैनेजर, मनप्रीत कौर शालमल हैं। श्रेष्ठ बंसल और लशवांकर देशवाल ने सÞृष्टि शर्मा के साथ क्रमश: लाइट्स और संगीत के लिए टीम के प्रमुख के रूप में काम किया। मंच के पीछे प्रभारी जेफ स्टूडियो प्रोडक्शंस फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में रहे। आखिरी लेकिन कम नहीं, मेकअप के लिए हमारी कॉस्मेटोलॉस्जिस्ट स्वाति बोरा जिम्मेदार थीं।