नई दिल्ली। पूरे 21 साल बाद भारत को मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब मिला है। यह खिताब भारत को पंजाब की हरनाज संधू ने दिलाया है। हरनाज संधू को जब इस खिताब के लिए चुना गया तो खुशी के मारे उनकी आंखों से आंसू निकल आए। हरनाज ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष किया है। समाज के ताने भी बहुत सुने। लेकिन हरनाज ने किसी की परवाह किए बगैर अपनी मंजिल को पाने के लिए दिनरात मेहनत की और वो मुकाम हासिल कर लिया जो उन्होंने सपने देखा था। हरनाज मॉडलिंग और पंजाबी फिल्मों का जाना-माना नाम हैं।
हरनाज ने टीनएज में बॉडी शेमिंग और बुलिंग का सामना किया है। लोग उन्हें देखकर माचिस की तीली, सीक-सलाई कहते थे। कुछ ताने कसते कि ज्यादा हवा में मत जाना, उड़ जाओगी। कुछ कहते लगता है खाना नहीं मिलता बेचारी को। हरनाज ने इस हद तक ये बातें सही कि वे खुद पर शक करने लगी थीं। लेकिन इतने खिताब अपने नाम करने के बाद जब वे पलटकर देखती हैं तो सोचती हैं कि उस वक्त जितना गिराया गया, उससे सीख लेकर वे बहुत ऊंची उठ चुकी हैं। हरनाज को देश का पॉलिटिकल सिस्टम अच्छा लगा, वे इस एरिया में काम करना चाहती हैं और इसलिए वे पब्लिक एडमिनस्ट्रिेशन में मास्टर्स डिग्री कर रही हैं। हरनाज की मां बताती हैं कि उनकी बेटी जज बनना चाहती है। हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रही। उन्होंने 12वीं सेक्टर-35 खालसा स्कूल से की है। अभी हरनाज सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज की छात्रा हैं। हरनाज को थिएटर में काफी दिलचस्पी है। उनको पशुओं से खास लगाव है। बेहद शांत स्वभाव की संधू ने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली। कोविड में हरनाज ने जो सबसे बड़ा सबक सीखा वो ये था कि अगर आपको दूसरों की मदद करनी है, तो सबसे पहले अपनी मदद करो। जब हरनाज की मां रोजाना पीपीई किट पहनकर हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों का दुख-दर्द बांटती थीं, तब वे घर संभाल रही थी। इसी वक्त में हरनाज ने कुकिंग सीखी।