लखनऊ। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने रविवार को लखनऊ में पार्टी का संकल्प पत्र जारी कर दिया। उनके संकल्प पत्र जारी करते ही भाजपा में खलबली मच गई है। चुनाव से काफी पहले जारी किए गए संकल्प पत्र में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर जारी किए संकल्प पत्र के दौरान बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे। जयंत चौधरी ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बताते हुए प्रदेश के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने का वादा किया है। लखनऊ के रविन्द्रालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था। जयंत चौधरी ने संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कि इसे तैयार करने में गांवों के प्रधानों से भी राय ली गई है। ग्रामीण परिवेश से जुड़े लोगों को लेकर बीस सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी। हजारों कार्यकर्ताओं ने जनता से जो सुझाव लिए उन्हें इसमें शामिल किया गया। उन्हीं के आधार पर समिति ने लोक संकल्प पत्र तैयार किया। रालोद अध्यक्ष ने माना कि इसे लोग असंभव मानेंगे, लेकिन तर्क दिया कि एक करोड़ का मतलब प्रदेश की तीन या चार फीसद आबादी है। इतना भी रोजगार न दे सके तो सरकार पर लानत है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यदि भाजपा उनसे बढ़कर घोषणाएं करती है तो वह दोबारा संकल्प पत्र जारी कर उससे बड़ी घोषणाएं करेंगे। कृषि कानून विरोधी आंदोलन को भी अपने एजेंडे में जयंत ने शामिल किया है। आलू और गन्ना किसानों को लागत का डेढ़ गुना दाम दिया जाएगा। 14 दिन में गन्ना मूल्य का भुगतान सहित पैसे न देने वाली निजी गन्ना मिलों के खातों का फोरेंसिक आडिट और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में छह हजार राज्यांश शामिल कर किसानों को 12 हजार रुपया प्रतिवर्ष देने की घोषणा की है। संकल्प पत्र जारी करते समय राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, लोक संकल्प समिति के संयोजक डा. यशवीर सिंह और राष्ट्रीय मीडिया संयोजक सुरेन्द्र शर्मा, प्रदेश सचिव ओडी त्यागी, प्रदेश प्रवक्ता रेखा चौधरी, रविन्द्र चौहान, अय्यूब इदरीशी आदि मौजूद रहे।