लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के जीवन में व्यापक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर सम्भव कदम उठाने के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के हित में गन्ना मूल्य में वृद्धि का निर्णय लिया है। 325 रुपये प्रति कुन्तल के गन्ने का गन्ना मूल्य बढ़ाकर 350 रुपये प्रति कुन्तल, 315 रुपये प्रति कुन्तल के सामान्य गन्ने का गन्ना मूल्य 340 रुपये प्रति कुन्तल तथा अनुपयुक्त गन्ने के गन्ना मूल्य में 25 रुपये प्रति कुन्तल वृद्धि की जा रही है। गन्ना मूल्य में इस वृद्धि से प्रदेश के 45 लाख गन्ना किसानों की आय में 08 प्रतिशत की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से प्रोत्साहित होकर किसान उत्पादन क्षमता बढ़ाकर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने गत दिवस किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उक्त बातें कहीं। किसान सम्मेलन में हल भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। किसान सम्मेलन में किसानों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाता किसान कठिन परिश्रम करके अन्न पैदा करता है। अन्न जीवन चक्र का आधार है। किसान द्वारा अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से बिना भेदभाव के सभी के लिए अन्न उत्पन्न करना पुण्य का कार्य है। इससे पूर्व, कृषि विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के पश्चात उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में कृषि उत्पादक संगठनों के उत्पाद, आधुनिक कृषि यंत्रों, पराली प्रबन्धन विधियों, जैविक कृषि उत्पादों आदि को प्रदर्शित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर देश का भाग्योदय हुआ। प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सरकार ने गांव, गरीब, नौजवान, महिलाओं तथा समाज के सभी तबकों के लिए कार्य किया। धरती माता की सेहत का ध्यान रखा जा सके, इस उद्देश्य से उन्होंने मृदा स्वास्थ्य कार्ड जारी किया। वर्ष 2017 में वर्तमान राज्य सरकार के सत्ता में आने के बाद पहला निर्णय प्रदेश के 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का ऋण माफ करने का लिया गया।
कार्यक्रम को गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद राधा मोहन सिंह, सांसद राजकुमार चाहर, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह, उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कृषक समुदाय उपस्थित था।
सम्मेलन में अतिथियों का स्वागत कामेश्वर सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन घनश्याम पटेल द्वारा किया गया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत सुधीर सिंह, रामबाबू द्विवेदी एवं सतेन्दर तुगाना ने किया।