- सीएम योगी ने गौतमबुद्धनगर में करोड़ों की विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्धनगर में करोड़ों रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण भी किया। कार्यक्रम के दौरान शादी अनुदान योजना, दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत राजकीय इंटर कॉलेज दादरी, सद्भाव मंडप, नगर पालिका परिषद दादरी, मिहिर भोज पीजी कॉलेज में तीन साइंस लैब की परियोजनाओं का शिलान्यास तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत 14 विद्यालयों में एक-एक कम्प्यूटर लैब, ग्राम खटाना व आनंदपुर में सामुदायिक केन्द्र के निर्माण की परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की तस्वीर व तकदीर बदलने का कार्य किया है। प्रदेश निरन्तर विकास के नए क्षितिज की ओर अग्रसर हो रहा है। प्रदेश सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को अंगीकृत करते हुए उत्तर प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का प्रभावी नियंत्रण एवं प्रबन्धन किया गया है। इस कार्य में अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करने के लिए उन्होंने जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स, मीडिया कर्मियों व शासन-प्रशासन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। कोरोना के प्रति हम सभी को सावधानी रखनी होगी।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि प्रदेश और देश के विकास को और अधिक गतिशीलता के साथ आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि बनाना होगा। जाति, धर्म, सम्प्रदाय तथा मन्तव्य से ऊपर उठकर सभी को राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि मानते हुए अपने दायित्व एवं कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। इस अवसर पर समाज की विकृतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से सामाजिक संगठनों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए उन्हें आगे आना होगा। महान सम्राट मिहिर भोज को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज द्वारा नवीं सदी में धर्मरक्षा के लिए ऐतिहासिक कार्य किया गया था। इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ. महेश शर्मा आदि मौजूद रहे।