- मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला फिर से शुरू करने के निर्देश
- कोविड के चलते स्थगित सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं को किया जा रहा बहाल
गाजियाबाद। कोविड के मामले अब न के बराबर रह गए हैं। हालांकि अभी भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। इससे कोविड के अलावा दूसरी संक्रामक बीमारियों से भी बचाव हो सकेगा। इसके साथ ही शासन के निर्देश पर 19 सितंबर से ह्लमुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलाह्व का आयोजन भी शुरू होगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद की ओर से सूबे के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया शासन के निर्देश पर अब हर रविवार सभी शहरी और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह दस बजे से सायं चार बजे तक मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य मेला में स्वास्थ्य विभाग के साथ- साथ महिला एवं बाल विकास की भी स?क्रिय भागीदारी रहेगी।
सीएमओ ने बताया शासन से मिले निदेर्शों के मुताबिक रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला में डयूटी करने वाले चिकित्सकों को शनिवार को और फार्मासिस्ट को शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश मिल सकेगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी अपने स्तर से अन्य स्टाफ के साप्ताहिक अवकाश की प्रतिपूर्ति शुक्रवार और शनिवार को कर सकेंगे। स्वास्थ्य मेला का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल के साथ किया जाएगा। मेला के प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र ?और युवक मंगल दल के स्वयं सेवकों की मदद ली जा सकेगी। प्रवेश द्वार पर पल्स आॅक्सीमीटर और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। केवल मॉस्क पहने व्यक्तियों को स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा। मॉस्क के स्थान पर गमछे और दुपट्टे का प्रयोग भी अनुमन्य होगा। मेला स्थल पर एक पृथक कोविड हेल्प डेस्क भी स्थापित होगी। हैंड सेनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ??अनिवार्य होगा।
आरोग्य मेला के दौरान आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को आयुष्मान (गोल्डन) कार्ड बनवाने की सुविधा प्रदान की जाएगी और साथ ही रोस्टर के आधार स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी के लिए स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों और ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर की डयूटी लगाई जाएगी। आरोग्य स्वास्थ्य मेला के दौरान मेडिकल कॉलेज, आयुष विभाग और आईएमए से समन्यवय कर निजी चिकित्सकों की भी सेवाएं ली जाएंगी।
स्वास्थ्य मेले के दौरान आधारभूत पैथोलॉजिकल जांच के अलावा रैपिड डायग्नोस्टिक किट से जांच सुविधा उपलब्ध रहेगी। जांच के बाद गंभीर रोगियों को समुचित उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में रेफर किया जाएगा और उन्हें निशुल्क राजकीय एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्साधिकारी रविवार शाम को ही पांच बजे तक रिपोर्ट अपलोड कराएंगे। सायं छह बजे तक पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी जाएगी। सीएमओ का कहना है स्वास्थ्य मेला उन लोगों के लिए विशेष फायदेमंद होगा जो कार्यदिवसों के दौरान व्यस्त होने के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते। इस आयोजन का उद्देश्य आमजन में स्वास्थ्य को लेकर संवेदीकरण करना भी है।