लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सड़कों की मरम्मत एवं गड्ढा मुक्ति अभियान को 15 सितम्बर से प्रारम्भ किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सभी शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत/अनुरक्षण एवं गड्ढा मुक्ति का कार्य सम्बन्धित विभाग 15 नवम्बर 2021 तक हर हाल में पूरा किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश वासियों को उच्च स्तरीय यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करते हुए निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने हेतु प्रतिबद्ध है।
अपने सरकारी आवास पर सड़कों की मरम्मत एवं गड्ढा मुक्ति अभियान के सम्बन्ध में आहूत एक बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने सड़क निर्माण से सम्बन्धित सभी विभाग-लोक निर्माण, सिंचाई, नगर विकास, आवास विकास, यूपीएसआईडीसी, ग्राम्य विकास, आरईएस, मंडी परिषद, गन्ना विकास आदि के साथ समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सड़कों के गड्ढा मुक्ति अभियान व मरम्मत की प्रगति के सम्बन्ध में विभागीय स्तर पर निरन्तर समीक्षाएं की जाएं। सड़कों की मरम्मत एवं गड्ढा मुक्ति अभियान में मानक के अनुसार गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। गड्ढा मुक्ति कार्ययोजना को निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। इनसे सम्बन्धित कार्यों में किसी भी प्रकार की शिकायत या गुणवत्ता में कमी नहीं मिलनी चाहिए। ऐसा होने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि नहर की पटरियों पर स्थित सड़कों से सम्बन्धित कार्यांे को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए, जिससे जनता को आवागमन में किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।