- डाटा साइंस, बैंकिंग एंड इंश्युरेंस, साइबर सिक्योरिटी, बिजनेस एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग में छात्र कर सकते हैं डिप्लोमा
गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस में नए डिप्लोमा कोर्सेज भी शुरू हो गए हैं। इन नए कोर्सेज का शुभारंभ चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर एनके तनेजा ने किया। इसके साथ पांच दवसीय आॅनलाइन समिट का भी समापन किया गया। मुख्य अतिथि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने अपने सम्बोधन में नई शिक्षा नीति- 2020 के परिप्रेक्ष्य में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में तेज गति से कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता बताई। उन्होंने अपने सम्बोधन में आईटीएस गाजियाबाद द्वारा रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में किये जा प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संतोष व्यक्त किया एवं कहा कि यह अन्य संस्थानों के लिए भी पथ प्रदर्शक का कार्य करेगा। उन्होंने औपचारिक रूप से सत्र 2021-2022 के लिए इंडस्ट्री सर्टिफाइड पाठ्यक्रमों का शुभारम्भ किया। उन्होंने आईटीएस गाजियाबाद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि गत 26 वर्षों में जिस प्रकार आईटीएस गाजियाबाद ने समय से पहले भविष्य की चुनौतियों को पहचानकर सबसे पहले अपने आपको जिस प्रकार से तैयार भविष्य की चुनौतियों को के लिए तैयार रखा है वह अपने आपने में बहुत प्रन्नता का विषय है।
इस अवसर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा के पब्लिक ग्रुप अफेयर्स तथा एग्जीक्यूटिव बोर्ड के मेंबर के प्रेसिडेंट मनोज चुघ ने अपने सम्बोधन में व्यवसाय जगत में चल रहे परिवर्तनों एवं विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार नए अवसर सृजित हो रहे हैं, युवाओं के लिए उद्यमिता विकास एवं नवीन उद्यम प्रारम्भ करने के लिए सबसे उपयुक्त अवसर है। उन्होंने सरकार द्वारा किया जा रहे प्रयासों एवं उपलब्ध सुविधाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इनका लाभ लेकर छात्र अपने उद्यम प्रारम्भ करने की दिशा में प्रयास कर सकते हैं एवं रोजगार के अवसर सृजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने कहा कि एक संस्था के रूप में आईटीएस ने सबसे पहले 2008 में ही बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रमों के साथ-साथ रोजगारपरक इंडस्ट्री सर्टिफाइड डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में भी शिक्षा प्रदान करने वाला शिक्षण संस्थान बन गया था। उन्होंने विश्वास दिलाया कि संस्था छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव सुविधाएँ उपलब्ध कराएं जाएंगी।
आईटीएस के स्नातक परिसर एवं आईटी के निदेशक प्रोफेसर सुनील कुमार पांडेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि आईटीएस गाजियाबाद द्वारा छात्रों को सैद्धांतिक अध्ययन के साथ साथ प्रायोगिक एवं रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न नवीनतम तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से डाटा साइंस, आईओटी, बिजनेस एनालेटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट, वेब एप्लीकेशन डेवलपमेंट आदि तकनीकों में सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना की गयी है। इसका परिणाम रहा कि कोविड -19 महामारी के बाद भी आईटीएस के बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रमों के छात्रों के विश्व के अग्रणी कम्पनीज- टीसीएस, विप्रो, इनफोसिस, नागरो, लैंसकार्ट आदि विभिन्न कंपनियों में चयन होना है।
आईटीएस स्नातक परिसर की उप-प्राचार्या प्रो. नैंसी शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने आईटीएस की उद्यमिता विकास के क्षेत्र में किये गए प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य वक़्ता के रूप में अपने सम्बोधन में लैफ्टिीनेंट कर्नल प्रशांत मिश्रा ने कहा की आत्मविश्वास, एकाग्रचित प्रयास, कठिन परिश्रम तथा अपने लक्ष्य की तरफ लगातार बढ़ने की इच्छाशक्ति एंट्रेप्रेन्योरशिप की पहली सीढ़ी है। उन्होंने इस प्रक्रिया में सबसे पहली आवश्यकता अपने आसपास बहुत पैनी नजर रखते हुए समाज, बिजनेस अथवा सामुदायिक समस्याओं को समझना एवं उसके समाधान की दिशा में धैर्यपूर्वक आगे बढ़ने का प्रयास हमें इसके समाधान के नजदीक ले जाता है एवं सफल होने की संभावना बढ़ा देता है। आर्ची जैक्सन ने सूचन प्रौद्योगिकी के बहुल समावेश एवं इसकी बढ़ती भूमिका पर चर्चा की। पांच दिवसीय आॅनलाइन समिट में देश के सुविख्यात शिक्षाविद, आईटी क्षेत्र के विश्वविख्यात उद्यमी, अग्रणी कम्पनीज के संस्थापक , शोधार्थी, सुरक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों तथा साइबर सिक्योरिटी के विशेषज्ञों के साथ- साथ अन्य क्षेत्रों के विख्यात विशेषज्ञों ने सम्बोधित किया। इस कार्यक्रम में पूरे देश से 700 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया। इसमें बड़ी संख्या में देश की अग्रणी शिक्षण संस्थानों के निदेशक, प्राचार्य, शिक्षक, छात्र एवं वयवसायजगत से जुड़े लोगों ने भाग लिया। गत 5 दिनों में कुल 5000 से भी अधिक लोगों ने इस 5 दिवसीय कार्यक्रम में भाग लिया।