गाजियाबाद। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव इस बार कांटे का होगा। भाजपा के पास जहां दो सदस्य हैं वहीं सपा के पास तीन, रालोद के पास तीन और पांच सदस्य बसपा के साथ हैं, जबकि एक निर्दलीय है। 14 सदस्यों वाली जिला पंचायत में अध्यक्ष के लिए भाजपा ने पूर्व जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी की पत्नी को प्रत्याशी घोषित किया है। बसपा की ओर से अभी किसी का नाम फाइनल नहीं किया गया है। सपा ने अपना प्रत्याशी धौलाना के विधायक असलम चौधरी की पत्नी नसीमा चौधरी को मैदान में उतारा है। पंचायत चुनाव से पहले नसीमा चौधरी ने लखनऊ में सपा की सदस्यता की ग्रहण की थी। उसी के चलते बसपा ने अपने विधायक असलम चौधरी के खिलाफ कार्रवाई की थी। सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक व महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने बताया कि रालोद की सहमति से ही प्रत्याशी घोषित किया गया है। जल्द ही दोनों दलों की संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस की जाएगी। उन्होंने कहा कि सपा व रालोद जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सौ प्रतिशत जीतेगा। महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी ने बताया कि भाजपा के पास सिर्फ दो ही सदस्य हैं। उनके पास तो प्रस्तावक तक नहीं है। भाजपा ने पंचायत चुनाव में जिस तरह से मुंह की खाई है उसी तरह जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी उसे हार का सामना करना पड़ेगा। उधर, बसपा ने अभी अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र जाटव से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मीटिंग में हूं बाद में बात करुंगा।