गाजियाबाद। कोविड-19 की बीच बढ़ते ब्लैक फंगस से निपटने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने शनिवार को चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। समीक्षा के दौरान संज्ञान में आया कि जनपद में अब तक कुल 65 मरीज ब्लैक फंगस के मिले हैं, जिनमें से 31 सही होकर सकुशल अपने घरों को जा चुके हैं तथा शेष मरीजों का उपचार जनपद के विभिन्न निजी चिकित्सालयों में चल रहा है। अपने कैंप आवास पर समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वह निजी चिकित्सालयों को निर्देशित करें कि ब्लैक फंगस के जो मरीज आ रहे हैं, उनका रूट का एनालिसिस किया जाए कि वह किन कारणों से ब्लैक फंगस की चपेट में आए हैं। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जनपद के सभी निजी चिकित्सालयों, जो ब्लैक फंगस का उपचार कर रहे हैं, का व्हाट्स एप ग्रुप बनाएं ताकि विशेषज्ञ चिकित्सक ब्लैक फंगस को लेकर आपस में सलाह मशविरा कर सकें और इस बीमारी से बचाव, दवा, इंजेक्शन व उपाय इत्यादि के संबंध में जानकारियाँ आपसे में साझा कर सुगमता से मरीज का इलाज कर सकें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी संबंधित चिकित्सकों से इस बीमारी का उपचार एवं इससे बचाव हेतु जनसामान्य के लिए तत्काल एडवाइजरी तैयार करें कि कोविड-19 से ठीक होने वाले लोग किन कारणों से ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं, ताकि इससे लोगों को बचाया जा सके। मधुमेह के मरीज को ब्लैक फंगस सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। अत: ऐसे लोग क्या-क्या सावधानी बरतें कि उनकी शुगर नियंत्रित रहे। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ब्लैक फंगस के उपचार में प्रयोग किया जाने वाला इंजेक्शन केवल आवश्यक होने पर चिकित्सकों के द्वारा लिखा जाए। समीक्षा के दौरान अपर नगर मजिस्ट्रेट (द्वितीय) विनय सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मिथलेश, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज अग्रवाल और डब्लूएचओ से डा. अभिषेक कुलश्रेष्ठ आदि उपस्थित रहे।