नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोई टीका नहीं है,चार दिनों से 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण केंद्र बंद हैं। न केवल यहां बल्कि पूरे भारत में कई केंद्र बंद हैं। आज जब हमें नए केंद्र खोलने चाहिए थे वहीं हम मौजूदा केंद्रों को भी बंद कर रहे हैं, जो अच्छा नहीं है। प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की कोवैक्सीन भी खत्म हो गई है।
वैक्सीन उपलब्ध कराना केंद्र की जिम्मेदारी है, राज्यों की नहीं। अगर हम इसमें और देरी करते हैं तो न जाने कितनी जानें चली जाएंगी। हमारा देश कोविड-19 के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करता है, तो क्या हम राज्यों को अपने दम पर छोड़ देंगे? क्या यूपी अपने टैंक खरीदेगा या दिल्ली अपने हथियार?।
हमने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है लेकिन अभी तक वैक्सीन आई नहीं है। महामारी के दौर में देशभर में कई टीका केंद्र बंद हो गए हैं। देश में वैक्सीन की जबर्दस्त किल्लत है। अगर देश के लोगों को मार्च तक वैक्सीन लगा दी जाती तो शायद दूसरी लहर के प्रकोप को काफी कम किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार अभी तक कोई भी राज्य सरकार वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं खरीद पाई है। वैक्सीन कंपनियों ने राज्य सरकारों से बात करने से इनकार कर दिया है। ये वक्त 130 करोड़ लोगों को मिलकर इस महामारी से मुकाबला करने का है।दिल्ली सीएम ने कहा कि यह राज्य और केंद्र दोनों के लिए एकजुट होने और काम करने का समय है, न कि अलग-अलग काम करने का। हमें टीम इंडिया की तरह काम करने की जरूरत है।