नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन ने युवाओं के रोजगार के लिए अपने-अपने दरवाजे खोल दिए हैं। हाल ही में दोनों देशों के बीच माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप के तहत समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत दोनों देशों के नागरिकों को एक-दूसरे के देश में जाकर कानूनी तरीके से रहने और काम करने के बेहतर अवसर मिलेंगे। मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने कहा है कि अब कानूनी रूप से दोनों देशो के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। भारतीय मूल की ब्रिटेन की गृह मंत्री ने बताया कि माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप पर हाल में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की ब्रिटेन यात्रा के दौरान दस्तखत हुए। इससे दोनों देशों के बीच अवैध रूप से आवागमन पर रोक लगेगी। साथ ही ब्रिटेन की ब्रेक्जिट के बाद की व्यवस्था में साफ-सुथरे इमिग्रेशन सिस्टम को बल मिलेगा। उन्होंने कहा है कि इससे भारत में अपराध करके ब्रिटेन आने वाले लोगों को रोकने में भी आसानी होगी जबकि दोनों देशों के कानून का पालन करते हुए आने-जाने वालों को काफी सुविधा हो जाएगी, जो भारत और ब्रिटेन में रहकर वहां पर काम करना चाहते हैं। यह नई व्यवस्था अप्रैल 2022 से 18 से 30 वर्ष के युवा 24 महीने रहने और काम करने के लिए दोनों देशों के युवा आवेदन कर सकेंगे। इस नए प्राविधान से अवैध रूप रहने वालों को वापस उनके देश भेजने का भी प्रविधान है।