नई दिल्ली। रालोद प्रमुख एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद पार्टी की जिम्मेदारी उनके पुत्र जयंत चौधरी के कंधों पर होगी। अपने दादा चौधरी चरण सिंह और पिता अजित सिंह की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए जयंत चौधरी को काफी संघर्ष करना पड़ेगा। हालांकि किसान आंदोलन में उन्होंने यूपी को जहां पूरी तरह साधने का काम किया वहीं दूसरे राज्यों में भी रालोद को किसानों की हितेषी पार्टी बताने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। यही वजह रही इस बार यूपी में पंचायत चुनाव में रालोद को काफी हद तक सफलता भी मिली। लेकिन कोरोना से चौधरी अजित का निधन होने के बाद पार्टी को संभालने के लिए उनके कंधों पर भार आने वाला है। पुत्र जयंत चौधरी को संगठन की कमान विधिवत सौंपी जानी है। कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ने के कारण केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक सामान्य ढंग से करने के हालात नहीं हंै। ऐसे में रालोद की ओर वर्चुअल बैठक आहूत कर राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित करने की अनुमति निर्वाचन आयोग से मांगी गई है। आयोग से हरी झंडी मिलने पर 25 मई को अध्यक्ष पद पर जयंत की ताजपोशी संभावित है। लोकदल के दिल्ली स्थित कार्यालय के सचिव समरपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति में रालोद महासचिव त्रिलोक त्यागी ने बताया है कि कार्यकारिणी के सदस्यों की एक बैठक 25 मई को सुबह 11 बजे बुलाई गई है। मीटिंग में चौधरी अजित सिंह के निधन से रिक्त हुए अध्यक्ष पद पर नियुक्ति एवं अन्य अनौपचारिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए यह एक वर्चुल मीटिंग होगी। बता दें कि मंगलवार को पूरे प्रदेश में चौधरी अजित सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा हवन किए गए थे। जंयत चौधरी ने अपने फेसबुक पेज से हवन व पूजन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कराकर समर्थकों को अपने-अपने घरों तक सीमित रखा था। रालोद के प्रवक्ता इन्द्रजीत सिंह टीटू ने बताया कि कोरोना संक्रमण न फैले इसीलिए ही जयंत चौधरी ने समर्थकों से अपने-अपने घरों में रहकर श्रद्धांजलि अर्पित करने की अपील की थी। उधर,सूत्रों के हवाले से खबर है कि 25 मई को पार्टी अध्यक्ष पद पर जयंत चौधरी का चुना जाना तय है, जयंत चौधरी रालोद की टीम का विस्तार भी उस दिन कर सकते हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभ्सस चुनाव होने हैं,ऐसे में रालोद पूरी रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतरने की योजना बना रहा है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ मिलकर रालोद यूपी में भाजपा को घेरने का काम करेगी।