- जिला महिला चिकित्सालय में बनेगा 15 बेड का पीकू सेंटर
- जिले के सभी अस्पतालों में पांच-पांच आईसीयू बेड बच्चों के लिए रिजर्व
- ग्रामीण क्षेत्र में जांच बढ़ाने के लिए रखे जाएंगे 25 लैब टेक्नीशियन
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री के जनपद दौरे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री के दौरे के बाद जिलाधिकारी की ओर से भी इस संबंध में निर्देश जारी किए गए थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. एनके गुप्ता ने बताया कि विशेषज्ञों के मुताबिक तीसरी लहर महिलाओं और बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक होगी। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। उन्होंने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में बच्चों के लिए नर्सरी में अभी 12 बेड की व्यवस्था है, नर्सरी में तीन बेड और बढ़ाकर 15 बेड का पीडियाट्रिक इनटेंसिव केयर यूनिट (पीकू) सेंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा कोविड-19 नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन की ओर से जनपद के सभी बड़े चिकित्सालयों में पांच-पांच आईसीयू बेड बच्चों के लिए रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमओ डा. गुप्ता ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में जांच का दायरा बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग 25 लैब टेक्नीशियन और भर्ती करेगा। जनपद में कुल मिलाकर 261 गांव हैं। रोजाना यह टेक्नीशियन 25 गांवों में लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच करेंगे तो हर गांव में हर सप्ताह एक बार टीम जाएगी। बता दें कि जनपद में कोविड के लिए अभी कुल मिलाकर 45 लैब टेक्नीशियन काम कर रहे हैं। जांच तेज होने से पॉजिटिव केस की पहचान जल्दी हो सकेगी और जल्दी उपचार शुरू किया जा सकेगा। शासन का पूरा प्रयास है कि ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट तेज किया जाए ताकि कोरोना की चेन ब्रेक हो सके। फिलहाल फ्रंटलाइन वर्कर्स के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिंग कराई जा रही है और लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। मेडिकल किट में दवा के साथ एक पर्चा भी रखा गया है जिसमें दवा को खाने का तरीका और दिनों की जानकारी भी दी गई है। इतना ही नहीं लक्षण युक्त व्यक्तियों को कोरोना जांच के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। सीएमओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में वितरण के लिए रोजाना पांच हजार मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही हैं।