नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से खेला शुरू हो गया है। एक पुराने मामले में सीबीआई ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दो मंत्रियों समेत चार नेताओं को गिरफ्तार किया है। अपने दो मंत्रियों एवं विधायक पूर्व विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में सीएम ममता बनर्जी सीबीआई दफ्तर पहुंची और विरोध दर्ज कराया। गिरफ्तार किए गए मंत्रियों व नेताओं में सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हकीम, विधायक मदन मित्रा व पूर्व विधायक तथा कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी हैं। सोमवार सुबह सीबीआई की टीम इन नेताओं के घर पर गई। सीबीआई के साथ सेंट्रल फोर्स के जवान भी थे और इन लोगों को सीबीआई के अधिकारी निजाम पैलेस ले आए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्यपाल की अनुमति की आवश्यकता थी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इसकी अनुमति पहले ही दे दी थी। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति की जरूरत नहीं पड़ी। बता दें कि 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले नारद स्टिंग आॅपरेशन का वीडियो जारी किया गया था। इसमें सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के कई बड़े नेता कैमरे के सामने घूस लेकर एक फर्जी कंपनी को कारोबार में मदद करने का आश्वासन देते नजर आए थे। इनमें ये सारे नेता शामिल थे। एक फर्जी कंपनी के सीईओ बने एक न्यूज पोर्टल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैथ्यू सैमुअल द्वारा किए गए स्टिंग आॅपरेशन में जो वीडियो सामने आया था उसमें इन नेताओं को रिश्वत लेते दिखाया गया था। पिछले पांच सालों से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही थी लेकिन अभी तक पूर्व आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा को छोड़कर कोई बड़ी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। सीबीआई मिर्जा के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल करेगी। इसके अलावा इस स्टिंग आॅपरेशन में तत्कालीन तृणमूल के कई बड़े नेता फंसे थे जिसमें मुकुल रॉय और सुवेंदु अधिकारी भी शामिल हैं जो फिलहाल भाजपा के नेता हैं। सुवेंदु अधिकारी राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं।